नई दिल्ली/पटना: केंद्र की नरेन्द्र मोदीसरकार के सत्ता पर काबिज होने के सात साल पूरे हो चुके हैं. ऐसे में जहां एक ओर अलग- अलग विश्लेषक सरकार के काम-काज को लेकर अपने-अपने विश्लेषण पेश कर रहे हैं, तो वहीं विपक्ष और विरोधी पार्टियां सरकार पर हमलावर हैं. कांग्रेससे लेकर बिहार की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने भी सरकार पर उसके सात साल के कामकाज को लेकर हमला बोला है. राजद ने मोदी सरकार को मौत की सरकार बताया है.
इसे भी पढ़ेंःमोदी सरकार के 7 साल: BJP प्रवक्ता ने RJD के पोस्टर वार पर किया पलटवार
मौत की सरकार है मोदी सरकार
मोदी सरकार के उसके सात ताल के कार्यकाल को लेकर हमला बोलते हुए राजदके राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. सुबोध मेहता ने पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने केंद्र सरकार के सात साल के कामकाज पर तंज कसते हुए कहा कि यह मौत की सरकार है, जिसने देश का बंटाधार कर दिया.
"बेरोजगारी से लोगों की मौत हुई, GST से व्यापारियों व नोटबंदी से गृहणियों की मौत हुई, कृषि कानूनों के कारण देश के किसानों की मौत हो रही है, अचानक लॉकडाउन से मजदूरों की मौत हुई, चुनावी रैलियों से लाखों लोगों की कोरोना से जान गई, कोविड कुप्रबंधन के कारण देश में हर तरफ मौत का मातम है, अस्पतालों में लोगों को बेड, ऑक्सीजन सिलिंडर, जरुरी दवाइयां नहीं मिलती है, देश में वैक्सीन की कमी से मौते हो रही हैं. सभी जरुरतमंद चीजों को मोदी जी ने दूसरे देशों को दे दिया है."प्रो सुबोध मेहता, राष्ट्रीय प्रवक्ता, राजद
इसे भी पढ़ेंःRJD का वार: केंद्र में मोदी सरकार के 7 साल पूरे होने पर पोस्टर से साधा निशाना
मोदी सरकार पूंजीपतियों की सरकार है- प्रो सुबोध मेहता
प्रो सुबोध मेहता यहीं नहीं रुके, उन्होंने मोदी सरकार पर कोरोना फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा किकुंभ और पश्चिम बंगाल चुनाव कराना देश को बहुत महंगा पड़ा. केंद्र सरकार की इन गलतियों के कारण पूरे देश भर में कोरोना फैल गया. महंगाई चरम पर है, इतनी बेरोजगारी, महंगाई पिछले 30 सालों में कभी नहीं देखी गई थी. मोदी सरकार आम जनता की सरकार नहीं है. पूंजीपतियों की सरकार है.
'अब जनता गुमराह नहीं होगी'
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सात साल पूरा होने पर BJP सेवा दिवसमना रही है, सेवा ही संगठन कार्यक्रम कर रही है. लेकिन इस सबसे कोई फायदा नहीं होने वाला. जनता इस सरकार की सच्चाई जान चुकी है. कुछ भी कर ले लेकिन सरकार अब जनता को गुमराह नहीं कर पायेगी.