पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले बिहार में पोस्टर वार छिड़ गया है. जेडीयू और आरजेडी आमने-सामने दिखाई दे रही है. पहले आरजेडी की ओर से नीतीश कुमार के लापता होने का पोस्टर लगाया गया था. जेडीयू की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई है और लालू यादव के 15 साल को चित्रित किया गया है.
30 साल पर पोस्टर वार : गिद्ध और कबूतर में बंटा बिहार
राजीव रंजन ने कहा कि लालू यादव के 15 साल को याद करते हुए लोगों की रूह कांप जाती है. हत्या, लूट, डकैती का वह शासन काल था. नीतीश कुमार बिहार को विकास की पटरी पर लेकर आए और विकास दर लगातार पहले स्थान पर रही. अब लोगों में राहत और सुकून है.
'लालू यादव शासनकाल को याद कर कांपती है लोगों की रूह'
पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि लालू यादव के 15 साल को याद करते हुए लोगों की रूह कांप जाती है. हत्या, लूट, डकैती का वह शासन काल था. नीतीश कुमार बिहार को विकास की पटरी पर लेकर आए और विकास दर लगातार पहले स्थान पर रही. अब लोगों में राहत और सुकून है.
चुनाव की आहट के साथ ही पोस्टर के जरिए हमला
बिहार में पोस्टर वार शुरू हो गया है. चुनाव की आहट के साथ ही पोस्टर के जरिए राजनीतिक दल विरोधियों पर हमला करने की कोशिश कर रहे हैं. जेडीयू पार्टी कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाए हैं. पोस्टर में लालू यादव के 15 साल का शासन काल को गिद्धों से और नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल को कबूतरों से दर्शाया गया है.