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हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर टीकाकरण कैंप का रियलिटी चेक: सबकी अपनी दलील, ऐसे तो जीत जाएगा कोरोना ! - ETV Bharat LIVE

दुनिया के 35 देश कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से परेशान हैं. ऐसे में बिहार के हाजीपुर रेलवे स्टेशन का हाल क्या है इसका पता लगाने के लिए ईटीवी भारत ने पड़ताल की तो नतीजे चौकाने वाले थे. लौटने वाले प्रवासी कोरोना सेंटर पर जांच नहीं करवाने के लिए तरह तरह के बहाने बता रहे थे.

हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर लापरवाह यात्री
हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर लापरवाह यात्री

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Published : Dec 4, 2021, 5:09 PM IST

वैशाली: कोविड-19 के नए-नए वेरिएंट आ रहे हैं. हाल ही में ओमीक्रोन सिर्फ 10 दिनों में 35 देशों तक पहुंच गया है. भारत में भी कोरोना पॉजीटिव की संख्या बढ़ रही है. 72 घंटे के दौरान पटना में दो कोरोना संक्रमितों की मौत ( Two Death Due To Corona In Patna ) भी हो चुकी है. इसके बावजूद हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर लोग निडर हैं. वैशाली की जनता को अब कोरोना का डर नहीं सता रहा. यह कोई रिपोर्ट नहीं है, इसका प्रमाण है ग्राउंड जीरो का वीडियो. लोग हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच ( Corona Test at Hajipur Station ) नहीं करवा रहे हैं. लोग दलील दे रहे हैं कि हमने दोनों डोज ले लिया है.

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जिला प्रशासन के आंकड़ों की मानें तो अभी जिले में 33% लोगों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लिया है. बावजूद हाजीपुर के स्टेशन का हाल देख कर आपको ऐसा लगेगा कि यहां कोविड-19 को लोगों ने हल्के में ले लिया है. कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर अस्थाई कोविड-19 जांच केंद्र खोला गया है. इस जांच केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मी और पुलिस विभाग के एक कर्मी तैनात किए गए हैं. लेकिन हालात इतने बदतर हैं, जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है.

हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच को लेकर लोग लापरवाह

माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर अगर फैलती है तो इसका मुख्य जरिया एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन ही होंगे. लेकिन हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर खानापूर्ति के अलावा और कुछ भी नजर नहीं आता है.

'जनता को किसी ने विश्वास दिला दिया है कि दोनों डोज लेने के बाद कोरोना वायरस की जांच की जरूरत नहीं है. कोई जांच करवाता ही नहीं है. लोगों को रोकने के लिए एक बुजुर्ग सिपाही तैनात किए गए हैं. जो कितनों को रोक सकेंगे. यहां बड़ी संख्या में फोर्स की जरूरत है.'-रूमी घोष, एएनएम, हाजीपुर स्वास्थ्य विभाग

'बहुत दिक्कत है. जबरदस्ती करना पड़ता है. लोग झगड़ पड़ते हैं. तकरार हो जाता है. इसके बावजूद लोग जांच नहीं करवा रहे हैं. ऐसे में क्या किया जाए.'-परमेश्वर, जांच कर्मी

स्टेशन पर तैनात बुजुर्ग पुलिसकर्मी वकील प्रसाद यादव तैनात हैं. वे प्रयास तो बहुत करते हैं लेकिन कोई भी यात्री इनकी सुनता नहीं है. वे काफी परेशान हैं. इनका कहना है कि अकेले क्या कर सकते हैं. इन्हें और सहयोगियों की आवश्यकता है. इस संदर्भ में फोन लाइन पर पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार से बातें भी की गई.

'लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूक होना होगा. उन्हें स्वयं आकर जांच करने में सहयोग करना चाहिए. यात्रियों के सहयोग करने से काफी हद तक कोविड को रोका जा सकता है. ऐसे में ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों से सहयोग करने की अपील करता हूं. स्टेशन पर हो रही समस्या के बारे में संबंधित अधिकारियों से बात की जाएगी.'-राजेश कुमार, सीपीआरओ

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बता दें कि बिहार में इस समय कोरोना के कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 29 हैं. जबकि कुल स्वस्थ मरीजों का आंकड़ा 7 लाख 14 हजार 111 है. वहीं रिकवरी दर 98.33 प्रतिशत है. 24 घंटे में 1 मरीज स्वस्थ हुए हैं, जबकि पटना एम्स दो मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है.

वहीं, बिहार में कोरोना जांच की संख्या 05 करोड़ 64 लाख से ज्यादा पहुंच गई है. अब तक कुल 05 करोड़ 64 लाख 29 हजार 780 जांच की जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 1 लाख 91 हजार 597 जांच की गई.

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