वैशाली: कोविड-19 के नए-नए वेरिएंट आ रहे हैं. हाल ही में ओमीक्रोन सिर्फ 10 दिनों में 35 देशों तक पहुंच गया है. भारत में भी कोरोना पॉजीटिव की संख्या बढ़ रही है. 72 घंटे के दौरान पटना में दो कोरोना संक्रमितों की मौत ( Two Death Due To Corona In Patna ) भी हो चुकी है. इसके बावजूद हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर लोग निडर हैं. वैशाली की जनता को अब कोरोना का डर नहीं सता रहा. यह कोई रिपोर्ट नहीं है, इसका प्रमाण है ग्राउंड जीरो का वीडियो. लोग हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच ( Corona Test at Hajipur Station ) नहीं करवा रहे हैं. लोग दलील दे रहे हैं कि हमने दोनों डोज ले लिया है.
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जिला प्रशासन के आंकड़ों की मानें तो अभी जिले में 33% लोगों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लिया है. बावजूद हाजीपुर के स्टेशन का हाल देख कर आपको ऐसा लगेगा कि यहां कोविड-19 को लोगों ने हल्के में ले लिया है. कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर अस्थाई कोविड-19 जांच केंद्र खोला गया है. इस जांच केंद्र में स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मी और पुलिस विभाग के एक कर्मी तैनात किए गए हैं. लेकिन हालात इतने बदतर हैं, जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है.
माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर अगर फैलती है तो इसका मुख्य जरिया एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन ही होंगे. लेकिन हाजीपुर रेलवे स्टेशन पर खानापूर्ति के अलावा और कुछ भी नजर नहीं आता है.
'जनता को किसी ने विश्वास दिला दिया है कि दोनों डोज लेने के बाद कोरोना वायरस की जांच की जरूरत नहीं है. कोई जांच करवाता ही नहीं है. लोगों को रोकने के लिए एक बुजुर्ग सिपाही तैनात किए गए हैं. जो कितनों को रोक सकेंगे. यहां बड़ी संख्या में फोर्स की जरूरत है.'-रूमी घोष, एएनएम, हाजीपुर स्वास्थ्य विभाग
'बहुत दिक्कत है. जबरदस्ती करना पड़ता है. लोग झगड़ पड़ते हैं. तकरार हो जाता है. इसके बावजूद लोग जांच नहीं करवा रहे हैं. ऐसे में क्या किया जाए.'-परमेश्वर, जांच कर्मी