पटना: कोरोना वायरस के बारे में सभी जानते हैं कि ये एक महामारी है जिसने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है. इसकी वजह से चारो तरफ त्राहिमाम मचा है, सभी लोग काफी परेशान हैं. इस वक्त पूरा विश्व इससे लड़ने में जुटा है. रोजाना काफी संख्या में लोगों की मौत हो रही है और हजारों की संख्या में लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. इन सबके बीच हमने यह जानने की कोशिश की कलाकारों के बीच कोरोना वायरस को लेकर क्या सोच है, वो इस वायरस को किस तरीके से देख रहे हैं.
पद्मश्री श्याम शर्मा ने बनाई कोरोना वायरस से संबंधित कलाकृति, दी 'रक्तबीज' की संज्ञा
पद्मश्री श्याम शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस एक रक्तबीज की तरह है क्योंकि अगर एक भी व्यक्ति रह गया तो वह पूरे समाज और देश को ग्रसित कर देगा और करोड़ों की जनसंख्या में यह फैल जाएगा.
पद्मश्री श्याम शर्मा ने बनाई कलाकृति
कलाकारों का कहना है कि कोरोना वायरस एक लाल चोच वाला परिंदा जो कहीं से उड़ कर आया है, और पूरी दुनिया में हाहाकार मचा दिया. इस परिंदे का डर काफी खतरनाक है. उसने पूरे देश और समाज में टूटन पैदा कर दी है. वरिष्ठ कलाकार और पद्मश्री श्याम शर्मा बताते हैं कि उन्होंने एक कलाकृति बनाई है जिसमें यह दर्शाया है कि किस तरीके से एक लाल चोंच वाला परिंदा कहीं से उड़कर आता है और पूरे देश में त्राहिमाम मचा देता है समाज में टूटन पैदा कर देता है. कोरोना से समाज आज छिन्न-भिन्न होता जा रहा है. जन हानि तो हो ही रही है साथ ही समाज में एक टूटन पैदा हो गई है. इसी टूटन को दिखाने के लिए उन्होंने प्रतीकों के जरिए चित्र बनाया है और दर्शाया है कि किस तरीके से लाल चोंच वाला परिंदा पूरे विश्व में टूटन पैदा कर रहा है.
'रक्तबीज की तरह है कोरोना वायरस'
पद्मश्री श्याम शर्मा ने कहा कि कोरोना वायरस एक रक्तबीज की तरह है क्योंकि अगर एक भी व्यक्ति रह गया तो वह पूरे समाज और देश को ग्रसित कर देगा और करोड़ों की जनसंख्या में यह फैल जाएगा. ये कह पाना काफी मुश्किल है वायरस कितने दिन में खत्म होगा क्योंकि अगर सब कुछ ठीक भी हो जाता है तो भी सालों लग जाएंगे सभी चीजें सामान्य होने में. भारत दिसंबर में था उस भारत को वापस आने में सालों लग जाएंगे. मेरी ईश्वर से यही प्रार्थना है मानव जाति और समाज को बचाएं. जल्द से जल्द इस विपदा से समाज को मुक्त करें और सभी को सुरक्षित करें.