पटना: देश में करोड़पति उम्मीदवारों की संख्या लगातार हर चुनाव में बढ़ती जा रही है. 2009 में 7 हजार 810 उम्मीदवार में से 1 हजार 249 उम्मीदवार करोड़पति थे. 2014 में 8 हजार 205 उम्मीदवार में से 2 हजार 217 उम्मीदवार करोड़पति थे. इस बार के लोकसभा चुनाव में 7 हजार 928 उम्मीदवार में से 2 हजार 297 उम्मीदवार करोड़पति हैं. इसमें भाजपा के 361 प्रत्याशी शामिल हैं, तो वहीं कांग्रेस के 348 प्रत्याशी. करोड़पति उम्मीदवारों में बिहार भी पीछे नहीं है.
निर्दलीय रमेश कुमार शर्मा की सबसे धनवान
राज्य में इस बार पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय रमेश कुमार शर्मा 1 हजार 100 करोड़ से अधिक के मालिक हैं. वहीं पूर्णिया से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के उदय सिंह दूसरे बड़े करोड़पति हैं. शत्रुघ्न सिन्हा तीसरे नंबर पर हैं और इनकी संपत्ति 193 करोड़ से अधिक है.
करोड़पतियों की लंबी फेहरिस्त
बाल्मीकिनगर से बसपा के उम्मीदवार दीपक यादव की संपत्ति 56 करोड़ से भी ज्यादा है. वहीं पश्चिम चंपारण से सीपीआई के उम्मीदवार प्रभाकर जायसवाल की संपत्ति भी 30 करोड़ से अधिक है. इस तरह बिहार में भी करोड़पतियों की लंबी फेहरिस्त है जो इस बार चुनाव मैदान में हैं.
पटना से संवाददाता अविनाश की रिपोर्ट अच्छे उम्मीदवारों का आना जरुरी
विशेषज्ञों का कहना है कि देश में आर्थिक समृद्धि आई है. मध्यमवर्ग से अपर मध्यमवर्ग तबके में लोग पहुंचे हैं. इसके साथ ही करोड़पतियों की संख्या भी पहले से बढ़ी है. इसलिए यदि करोड़पति उम्मीदवार चुनाव लड़ते हैं तो इसमें कुछ गलत नहीं है, लेकिन अच्छे उम्मीदवारों का आना जरुरी है.
दागी उम्मीदवार का चुनाव लड़ना चिंताजनक
बिहार इलेक्शन वॉच के बिहार प्रभारी राजीव कुमार का कहना है कि करोड़पति उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, उसमें कोई परेशानी नहीं है. लेकिन जिस प्रकार से पार्टियों ने दागी उम्मीदवार को चुनाव लड़ाया है वह चिंताजनक है. अब देखना दिलचस्प होगा कि 23 मई को इनमें से कितने करोड़पति उम्मीदवारों की किस्मत का ताला खुलता है.