पटना/फेतहाबाद:आगामी लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के लिए देश में तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद शुरू हो गई है. देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल की 109वीं जयंती पर आज फतेहाबाद में सम्मान दिवस पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, माकपा नेता सीताराम येचुरी, पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल रैली भी पहुंचे थे. नीतीश कुमार ने तमाम नेताओं से एकजुट होने की अपील की.
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भाजपा पर बरसे नीतीश कुमार. विपक्ष काे गोलबंद करने का प्रयासःनीतीश कुमार ने कहा, ये तीसरा गठबंधन नहीं है. मुख्य गठबंधन है. सभी लोग इकट्ठे हाे जाएंगे ताे भाजपा हारेगी. उन्हाेंने मंच पर बैठे नेताओं से भाजपा काे हराने के लिए एकजुट होने काे कहा. कहा, जब सकार बनेगी तब समाज के सभी तबकों का उत्थान होगा. नीतीश कुमार ने कहा कि देश में कहीं भी हिंदू मुस्लिम का झंझट नहीं है. वोट के लिए भाजपा के लोग, ऐसी स्थिति बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि, देश जब दो हिस्साें में बंट गया था तो क्या सारे मुस्लिम चले गये. मुस्लिम और हिंदू के बीच कोई झगड़ा नहीं है. नीतीश कुमार ने ज्यादा से ज्यादा लोगों काे एकजुट होने काे कहा.
भाजपा ने चुनाव हरवाने का काम कियाः नीतीश कुमार ने भाजपा से अलग होने के बारे में मंच से खुलकर बाेला. कहा, भाजपा के साथ गठबंधन था लेकिन वो हमारी पार्टी काे हराने का काम कर रही थी. नीतीश ने कहा कि वे मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, लेकिन भाजपा ने बनवाया. उन्हाेंने भाजपा पर काम नहीं करने देने का आरोप लगाया. कहा कि इसी वजह से भाजपा काे छोड़ने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि जब चौटाला से मिलने आए थे उन्हाेंने भाजपा से अलग होने की सलाह दी थी. मीडिया पर भी तंज कसते हुए कहा कि मीडिया केवल एक पक्ष की बात करती है. विपक्ष को एकजुट करने के लिए सभी से आह्वान किया. भाजपा पर देश काे नष्ट करने में लगे हुए हाेने का भी आराेप लगाया.
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देवीलाल के साथ बिताये वक्त काे किया यादः इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देवीलाल के साथ बिताये क्षण काे याद किया. बताया कि चौधरी देवीलाल कृषि मंत्री थे और वे राज्य मंत्री थे. तब देवीलाल ने काम करने की छूट दे रखी थी. बताया कि 1989 में लोकसभा चुनाव हुआ तो मेरे क्षेत्र में प्रचार करने वो आए थे. हमलोग तो उनका सम्मान करते रहते थे. उसके बाद जब सरकार बनी तो पहले तो वो नेता उनको ही चुना गया था, लेकिन वो उप प्रधानमंत्री बने और वीपी सिंह को मौका दे दिया.