पटना:सड़कों को विकास का पैमाना माना जाता है. सड़कों से ही इलाकों की सूरत का भी अंदाजा लगाया जाता है. इसलिए सड़कों के प्रति सभी सरकारें ज्यादा सजग रहती हैं. लेकिन, मोकामा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के गड्ढे नासूर बन गए हैं. ये पिछले कई सालों में भी नहीं भर पाए हैं, लेकिन किसी भी अधिकारी को इसकी सुध लेने की फुर्सत नहीं है.
मोकामा से गुजरने वाली NH-31 की हालत जर्जर, बड़े-बड़े गड्ढों से बढ़ी परेशानी
खराब सड़क की वजह से दिन भर धूल के गुबार भी उड़ते रहते हैं. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को भी काफी समस्याएं होती हैं. एनएच-31 की सड़क काफी महत्वपूर्ण है. पटना से पूर्वोत्तर भारत जाने के लिए इसी सड़क का प्रयोग किया जाता है.
मोकामा से बाढ़ जाने में होती है खासी परेशानी
बता दें कि मोकामा से पटना की ओर जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पूरी तरह जर्जर हो चुका है. बावजूद इसके जर्जर सड़क पर ही गाड़ियों का परिचालन नियमित रूप से हो रहा है. मोकामा के शिवनार, बरहपुर, मोर, पंडारक गांव के पास एनएच-31 की स्थिति काफी खराब है. आलम ये है कि मोकामा से बाढ़ जाने में लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
राहगीरों के साथ स्थानीय लोगों को भी होती हैं समस्याएं
एनएच 31 पर गड्ढे उभर आए हैं और इन गड्ढों से होकर ही गाड़ियां गुजरती हैं. वाहन चालकों को खासी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. वहीं, खराब सड़क की वजह से दिन भर धूल के गुबार भी उड़ते रहते हैं. जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को भी काफी समस्याएं होती हैं. गौरतलब है कि एनएच-31 की सड़क काफी महत्वपूर्ण है. पटना से पूर्वोत्तर भारत जाने के लिए इसी सड़क का प्रयोग किया जाता है.