पटना:बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ( Deputy CM Tarkishore Prasad ) ने कहा कि नाबार्ड ( NABARD ) ने बिहार के लिए वित्तीय वर्ष 2022-23 में 1,45,809 करोड़ रुपए की ऋण संभाव्यता का आकलन किया है, जिससे आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर बिहार अभियान के साथ-साथ राज्य के बुनियादी ढांचे के विकास में मदद मिलेगी.
नाबार्ड के तत्वावधान में पटना में आयोजित राज्य ऋण संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के अधिकांश जिले बाढ़, सुखाड़ और अतिवृष्टि, अनावृष्टि के कारण प्रत्येक वर्ष तबाह होते हैं, ऐसी स्थिति में राज्य में टिकाऊ विकास के मॉडल पर काम करने की जरूरत है.
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इस मौके पर जारी स्टेट फोकस पेपर में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के अलावा अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में बैंकों को तत्परता से काम करने का सुझाव दिया गया है.
''भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने किसानों की आय को दोगुना करने हेतु कई महत्वकांक्षी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की शुरूआत की है, जिससे किसानों की आय में वृद्धि के मार्ग प्रशस्त हो रहे हैं. किसान उत्पादन संगठन एक महत्वपूर्ण संस्थान के रूप में उभर रहा है, जो बिहार के लघु और सीमांत किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है. इस दिशा में नाबार्ड का कार्य सराहनीय रहा है.'' - तारकिशोर प्रसाद, उप मुख्यमंत्री