पटना: लॉकडाउन के दौरान अपने घर लौटे प्रवासी मजदूरों को आठ महीनों बाद भी अब तक सरकारी वादों के अनुसार रोजगार नहीं मिल सका है. राजधानी से सटे मसौढ़ी में करीब दर्जनों ऐसे पंचायत है जहां इन प्रवासी मजदूरों की जिंदगी तंगहाली मे गुजर रही है. इससे नाराज ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
हवा-हवाई साबित हुए रोजगार के वादे, प्रवासी मजदूरों ने दी सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी - Migrant laborers warn of agitation
रोजगार की मांग को लेकर सभी प्रवासी मजदूर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि हम सरकार से रोजगार की मांग कर रहे हैं. अगर जल्द ही इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया तो हम सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.
सरकार से सवाल
मसौढ़ी के धनरूआ में तेतरी गांव के इन मजदूर अपनी बदहाली में सरकार से सवाल पूछ रहे हैं कि उन सरकारी वादों का क्या हुआ, जिनके तहत रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, राशन देने का वादा किया गया था. परेशान और हताश हो चुके सभी मजदूर अब आंदोलन के मूड में है.
आंदोलन की चेतावनी
रोजगार की मांग को लेकर सभी प्रवासी मजदूर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दे रहे हैं. मजदूरों का कहना है कि हम सरकार से रोजगार की मांग कर रहे हैं. अगर जल्द ही इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया तो हम सड़क पर उतर कर आंदोलन करेंगे.