पटना:नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हाने बिहार सीएम नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) पर हमला बोलते हुए कहा (Leader Of Opposition Target Bihar Government) कि बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. महागठबंधन की सरकार में पुलिस का भय खत्म हो गया है. रोजना कहीं ना कहीं हत्याएं हो रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार पर सवाल उठाते हुए कहा कि वहां सिर्फ चुने हुए लोगों जाते हैं और उनकी भी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता है.
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नेता प्रतिपक्ष ने CM नीतीश पर साधा निशाना :नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि सोमवार को जो जनता दरबार मुख्यमंत्री लगाते हैं, इससे आम नागरिक को कोई फायदा नहीं हो रहा है. आम आदमी को वहां तक जाने भी नहीं दिया जाता है. सिर्फ सिलेक्टेड आदमी को ही जिला प्रशासन जनता दरबार तक जाने देता है. और उस आदमी की भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री सिर्फ अपने ब्रांडिंग करने के लिए जनता दरबार चलाते है और यह फिजूलखर्ची है.
'जनता दरबार में कोई भी फरियाद ठीक से नहीं सुनी जाती है. मुख्यमंत्री के कहने के बाद भी अधिकारी आम जनता की समस्या को नहीं सुलझा रहे हैं, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. जनता दरबार में जो खामियां हैं, उसको उजागर करने का काम बीजेपी करेगी. सोमवार के दिन जनता दरबार होता है, बीजेपी कार्यालय में हम मंगलवार के दिन संवाद कार्यक्रम करेंगे. और जनता से मिलेंगे. जिन लोगों की फरियाद मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सीएम नीतीश कुमार नहीं सुनते है या जिनके फरियाद को सुनते भी है और कार्रवाई नहीं होती है, उसको हम लोग उजागर करेंगे. जनता को बताएंगे कि किस तरह मुख्यमंत्री जनता दरबार के नाम पर लोगों को बरगलाने का काम कर रहे हैं.'- नीतीश कुमार, सीएम
विजय सिन्हा ने जनता दरबार पर उठाए सवाल :उन्होंने कहा की वर्तमान में जो सरकार है, उसमें अफसरशाही हावी है. इसके वाबजूद मुख्यमंत्री इसको बिना स्वीकार किए ही कार्य कर रहे हैं. जो हालात हैं बिहार के वो किसी से कहने लायक भी नहीं है. अधिकारी आम जनता की बात नहीं सुनते हैं. और मुख्यमंत्री दिखावे के लिए ब्रांडिंग के लिए बिहार की जनता की गाढ़ी कमाई को खर्च कर रहे हैं, जो की गलत है. हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री सिर्फ सिलेक्टेड लोगों को ही जनता दरबार में नहीं बुलाए बल्कि आम जनता के लिए जनता दरबार का दरवाजा खोले. जिससे उन्हें पता चलेगा कि वर्तमान में जो शासन-प्रशासन है, उसके हालात क्या हैं.