पटना/रांची: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lal Prasad Yadav) से जुड़े डोरंडा चारा घोटाले (Doranda Fodder Scam) मामले में मंगलवार को फैसला आयेगा. रांची सीबीआई की विशेष अदालत (Ranchi CBI Special Court) मामले में फैसला देगी. लोगों को फैसले का इंतजार है. लालू प्रसाद यादव रांची में हैं और मंगलवार को फैसले के वक्त उन्हें कोर्ट में रहने का आदेश दिया गया है. वहीं फैसले से पहले बेटे तेजस्वी यादव और बेटी मीसा भारती भी रांची में हैं. पूरे परिवार की नजर कोर्ट के फैसले पर रहेगी.
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विशेष अदालत अपना सुनायेगी फैसला : बहुचर्चित चारा घोटाले के सबसे बड़े मुकदमे आरसी-47 ए/96 में 15 फरवरी को रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत अपना फैसला सुनायेगी. अदालत ने लालू प्रसाद यादव सहित सभी 99 आरोपियों को निजी तौर पर कोर्ट में हाजिर रहने को कहा है.
करोड़ों रुपये की अवैध निकासी का है मामला : झारखंड में चारा घोटाले के कुल पांच मुकदमों में लालू प्रसाद यादव अभियुक्त बनाये गये थे. चार मुकदमों में पहले ही फैसला आ चुका है और इन सभी मामलों में अदालत ने उन्हें दोषी करार देते हुए सजा सुनाई थी. जिस पांचवें मुकदमे में मंगलवार को फैसला आना है, वह रांची के डोरंडा स्थित ट्रेजरी से 139.5 करोड़ रुपये की अवैध निकासी से संबंधित है.
99 आरोपियों पर फैसला : वर्ष 1996 में दर्ज हुए इस मामले में शुरूआत में कुल 170 लोग आरोपी थे. इनमें से 55 आरोपियों की मौत हो चुकी है, जबकि सात आरोपियों को सीबीआई ने सरकारी गवाह बना लिया. दो आरोपियों ने अदालत का फैसला आने के पहले ही अपना दोष स्वीकार कर लिया. छह आरोपी आज तक फरार हैं. बाकी 99 आरोपियों पर फैसला आना है.
केस में 575 लोगों की गवाही : इस मामले के अन्य प्रमुख अभियुक्तों में पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, डॉ आर.के. राणा, बिहार के तत्कालीन पशुपालन सचिव बेक जूलियस और पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक के.एम. प्रसाद शामिल हैं. इस मुकदमे की सुनवाई के दौरान सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में अभियोजन की ओर से कुल 575 लोगों की गवाही कराई गई, जबकि बचाव पक्ष की तरफ से 25 गवाह पेश किये गये.