पटना: बिहार में 'आपराधिक रिकॉर्ड' पर सियासत जारी है. दरअसल, कुछ दिन पहले ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य के मंत्रियों के आपराधिक रिकॉर्ड से जुड़ी एडीआर की रिपोर्ट के हवाले से नीतीश सरकार पर निशाना साधा था, जिसके बाद बिहार की सियासत तेज हो गई है.
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इधर, नेता प्रतिपक्ष पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पलटवार किया है. मांझी ने कहा है कि बिहार के भोले-भाले आरजेडी नेताओं को पता ही नहीं कि उनके 40 विधायकों पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं. क्या आपकी अपराधियों व भ्रष्टाचारियों के साथ इतनी गहरी साठगांठ है जो आपने नेता विरोधी दल उन्हें बना दिया, जिन पर खुद हर तरह के मामले चल रहें हैं. कहिए ना कि अपनों के लिए दाग अच्छे हैं.
तेजस्वी ने क्या कहा था
एडीआर की रिपोर्ट आने के बाद तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला था. तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि 'बिहार के बेचारे भोले-भाले मुख्यमंत्री को पता ही नहीं कि उनके 64% मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं. क्या आपकी अपराधियों व भ्रष्टाचारियों के साथ इतनी गहरी साठगांठ है जो मंत्रिमंडल में 64% दागी मंत्रियों को जगह दी? कुर्सी खातिर नीतीश कुमार जी के लिए यह दाग भी अच्छे हैं'
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इससे पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया था बिहार के महान कुर्सीवादी मुख्यमंत्री को पता ही नहीं है कि उनके मंत्रिमंडल में शामिल 18 मंत्रियों के खिलाफ हत्या, लूट, भ्रष्टाचार, यौन शोषण, आर्म्स एक्ट, चोरी,जालसाजी, धोखाधड़ी जैसे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं? क्या इतने भोले-भाले मुख्यमंत्री को कुर्सी पर बने रहने का नैतिक अधिकार है?