पटना: बिहार सरकार में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने एक बार फिर आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव पर निशाना साधा है. मंत्री ने लालू यादव को जेल मैनुअल की धारा 999 याद करने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल की धारा 999 के तहत एक सजायाफ्ता कैदी को राजनीतिक सवालों पर प्रतिक्रिया तक देने का अधिकार नहीं है.
'लालू तय करें कि वे जेल मैनुअल का पालन करेंगे या नहीं'
मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि जेल मैनुअल की धारा 999 यह स्पष्ट कहती है कि जेल से केवल पारिवारिक पत्र लिखे जा सकते हैं और राजनीतिक मुद्दों पर पर किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती. वह एक सजायाफ्ता कैदी है और यह उन्हें तय करना है कि वे जेल मैनुअल का पालन करेंगे या नहीं.
नीरज कुमार, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री , बिहार सरकार 'धारा 999 को जरा ठीक से पढ़ें'
सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि भले ही यह राजद का अंदरुनी मामला है लेकिन सलाह देना चाहेंगे. नीरज कुमार ने कहा कि मुझसे चाहे जितने भी राजनीतिक मतभेद हो लेकिन झारखंड और बिहार का जेल मैनुअल एक ही है. इसके तहत आप सजायाफ्ता कैदी है तो धारा 999 को जरा ठीक से पढ़िए.
नेतृत्व संकट की समस्या से जूझ रहा है राजद
दरअसल सत्ता के गलियारे में चर्चा है कि नेतृत्व संकट की समस्या से जूझ रहा है राजद. पार्टी के कई नेता आज भी तेजस्वी को नेता नहीं मानते और हर फैसले के लिए जेल से लालू के संदेशे पर डिपेंडेंट रहते हैं. राजनीतिक गलियारों में चर्चा चल रही है कि जेल से लालू यादव ने पार्टी संगठन में बदलाव के निर्देश दिए हैं.