पटना:जम्मू-कश्मीर में बाहरी लोगों पर हमले (Attacks on outsiders in Jammu and Kashmir) तेज हो गए हैं. गुरुवार को 2 आतंकी घटनाएं हुईं. पहली वारदात में एक बैंक मैनेजर की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वहीं दूसरी वारदात में 2 मजदूरों को निशाना बनाया गया, जिसमें से एक की मौत हो गई. इन घटनाओं को लेकर बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files Film) को आतंकी साजिश करार दिया है.
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मांझी ट्वीट किया, 'हमने पtर्व में कहा था कि “द कश्मीर फाइल्स” फिल्म आतंकी साजिश है जिसको दिखाकर कश्मीर में खौफ एवं डर का माहौल बनाया जा रहा है. कश्मीर में घटित आतंकी वारदातों ने मेरी बातों को साबित कर दिया. मैं बस इतना ही कहूंगा कि अगर कश्मीर शांत करना है तो हम बिहारियों को सौंप दें, सब ठीक हो जाएगा.
आतंकी कनेक्शन की जांच मांग की थी: 18 मार्च को मांझी ने ट्वीट किया था कि “द कश्मीर फाइल्स” आतंकवादियों की एक गहरी साजिश भी हो सकती है, जिसे दिखाकर आतंकी संगठन कश्मीरी ब्राह्मणों में खौफ एवं डर का माहौल बना रहें हैं ताकि डर से कश्मीरी ब्राह्मण पुनः कश्मीर ना जा पाएं. “द कश्मीर फाइल्स” फिल्म यूनिट सदस्यों के आतंकी कनेक्शन की जांच होनी चाहिए.
पहले भी बिहार के मजदूरों को बनाया गया था निशाना : जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग (Target Killing In Jammu Kashmir) किया जा रहा है. यहां पर एक बार फिर से बिहार के मजदूर को निशाना बनाया गया है. वैशाली के मजदूर दिलखुश की हत्या की गयी है. पिछले वर्ष यानी 2021 के अक्टूबर महीने में कश्मीर में तीन बिहार के मजदूरों की हत्या कर दी गयी थी. राजा ऋषिदेव, योगेंद्र ऋषिदेव और वीरेन्द्र पासवान की हत्या आतंकवादियों ने कर दी थी. उस वक्त भी टारगेट किलिंग की बात सामने आयी थी. इस बाबत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से बात भी की थी.