पटना: जिले के भोरे वन प्रक्षेत्र के स्थायी पौधशाला के दैनिक वेतन भोगी कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल और प्रदर्शन किया. उनकी मांगों में प्रमुख रूप से वेतन में नियमितता और निकाले गए कर्मियों को पुनः बहाल करने की मांगे हैं.
पटना: 5 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर वनकर्मी
वन प्रक्षेत्र में कार्यरत वनकर्मी अपनी पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. वन कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से वन प्रक्षेत्र का काम भी प्रभावित हो गया है. पौधों के रखरखाव से लेकर कार्यालय की साफ-सफाई तक प्रभावित है.
वन कर्मियों ने किया हड़ताल
कर्मियों ने की मांग
मजदूर नेता हरिनारायण चौधरी ने बताया कि लॉकडाउन की स्थिति में मजदूरों को खाने-पीने के लाले पड़े हुए है. सरकार के निर्देश के वावजूद भी कर्मियों के मजदूरी का भुगतान नहीं हो रहा है. इस समस्या से बाध्य होकर कर्मियों को हड़ताल करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया की जबतक हम लोगों की मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक हड़ताल जारी रहेगी.
कर्मियों की मांगें इस प्रकार हैं-
- प्रधान मुख्य वन संरक्षक पटना (बिहार) के माध्यम से पत्रांक संख्या 506 दिनांक 17-09-2019 को अबिलम्ब लागू किया जाए.
- सभी वन श्रमिको को खाता से भुगतान किया जाए ऐर ईपीएफ की कटौती कर खाता खोलकर पैसा जमा किया जाए.
- वन पदाधिकारी के माध्यम से वन श्रमिको को अस्थाई परिचय पत्र निर्गत किया गया है, उसे स्थाई किया जाए और वर्दी की आपूर्ति की जाए.
- कटेगरी कायम करने के लिए अकुशल, अर्धकुशल, कुशल, अतिकुशल की वरीयता सूची तैयार की गई है, उसे अबिलम्ब लागू किया जाए.
- सरकार के अपर सचिव संचिका संख्या-/ आईएमएल-10/2018 श्रम संख्या-1155, दिनांक-28-04-2020 को छंटनी पर रोक लगाई गई है. करोना वायरस महामारी के काल में जहां कहीं भी छंटनी की गई है, उन्हें भुगतान के साथ वापस विभाग में लिए जाए.