पटना: बिहार में इन दिनों आपराधिक घटनाओं भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हाल के दिनों में जिस प्रकार व्यापारियों और उद्योग जगत से जुड़े लोगों जानलेवा हमले और रंगदारी की मांगने के मामले सामने आए हैं, उससे उद्योग जगत में भय का माहौल (Fear in Industry Due to rising crime in Bihar) व्याप्त हो गया है. प्रदेश के उद्योगपति सरकार से कानून व्यवस्था पर ध्यान देने की मांग कर रहे हैं. जिन लोगों ने प्रदेश में नया-नया उद्योग स्थापित किया है, वे आपराधिक घटनाओं की वजह से काफी चिंतित और भयभीत हैं.
ये भी पढ़ें: बिहार में अपराध बढ़ने का मुख्य कारण ससमय कुर्की जब्ती और गिरफ्तारी न होना, जानिए पूरी डिटेल...
बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स (Bihar Chamber of Commerce) के जॉइंट सेक्रेटरी अमित मुखर्जी ने कहा कि जिस प्रकार इन दिनों अपराध के मामले बढ़े हैं, इससे भय व्याप्त हो गया है. हालांकि प्रशासन अपना काम कर रहा है. प्रशासन लोगों से अपने आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील कर रहा है. इससे अपराधियों को दबोचने में मदद मिलती है. हर एक आदमी को सुरक्षा दे पाना प्रशासन के लिए संभव नहीं है. खुद से भी सुरक्षा की व्यवस्था करने होगी.
नये निवेशकों में डर का माहौल: बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (Bihar Industries Association) के सेक्रेटरी जनरल आशीष रोहतगी ने कहा कि अभी जो लगातार अपराध की घटनाएं घट रही हैं, उससे वातावरण बिगड़ता है. इस वातावरण में जो पुराने इंडस्ट्रियलिस्ट हैं, वह अपनी इंडस्ट्री को किसी प्रकार चला लेते हैं लेकिन जो नए हैं, नया-नया उद्योग लगाया हैं, उनमें डर का माहौल बढ़ जाता है. प्रदेश में बढ़ती अपराध की घटनाओं को देखते हुए बीआईए की ओर से उन्होंने गृह विभाग, उद्योग विभाग, डीजीपी समेत तमाम जगहों पर पत्राचार किया है. डीजीपी से मुलाकात भी की है.
ये भी पढ़ें: मुजफ्फरपुर में अपराधियों की बल्ले-बल्ले, अब मुखिया पति को मारी गोली
ये भी पढ़ें:Murder In Patna: पटना में दिनदहाड़े तेल कारोबारी की गोली मारकर हत्या, दो दिनों में दो हत्याओं से सनसनी
बेहतर लॉ एंड ऑर्डर में बढ़ता है उद्योग: आशीष रोहतगी ने बताया कि प्रदेश में अपराध की घटनाओं के बढ़ने से देश के दूसरे राज्यों में गलत संदेश जाता है. प्रदेश को उद्योग में आगे बढ़ाने के लिए बिहार ने जो सपना पाला है, इस प्रकार की घटनाओं से वह माहौल खराब होता है. इंडस्ट्री लगाने के लिए प्रदेश में सबसे पहला रॉ मटेरियल वहां की बेहतर कानून-व्यवस्था है. लॉ एंड ऑर्डर उद्यमियों के लिए एक साइकोलॉजिकल बूस्टर होता है. इस वजह से उद्योगपति उस प्रदेश में इंडस्ट्री लगाने के बारे में सोच सकते हैं. जहां लॉ एंड ऑर्डर सही होता है, वहीं इंडस्ट्री ग्रो करती है.
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कुमार अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बेहतर चल रही थी लेकिन बीते 2 महीने से जिस प्रकार से अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, वह प्रदेश के उद्यमियों के लिए चिंता का विषय बन गया है. अपराध की घटनाओं पर यदि लगाम नहीं लगी तो प्रदेश में निवेश का जो माहौल तैयार हुआ है, उसमें दिक्कत आएगी. इस माहौल में उद्यमी इन्वेस्टमेंट करने से कतराएंगे. ऐसे में उन लोगों ने इन सब बातों को लेकर सरकार का ध्यान आकृष्ट किया है. प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर गंभीरतापूर्वक ध्यान दें और अपराध की घटनाओं को तुरंत रोका जाए ताकि बाहर से आने वाले इन्वेस्टर्स डरें नहीं.
उद्यमियों और इन्वेस्टर्स की सुरक्षा और लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति के मामले में बिहार पूर्व से काफी बदनाम रहा है. ऐसे में इन दिनों अपराधिक घटनाएं घटती हैं तो सोशल मीडिया का जमाना है. इसके माध्यम से पूरे देश के लोग जान जाते हैं. ऐसे में जो इन्वेस्टर्स बाहर से आकर बिहार में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं, वह कहीं ना कहीं अब डरने लगे हैं. उन्हें लगने लगा है कि प्रदेश में फिर से वही पुराना माहौल आ गया है.
उन्होंने कहा कि पूरे देश में अपराध की घटनाएं घटती हैं लेकिन बिहार पहले से बदनाम रहा है. हाल के दिनों में एक माहौल अच्छा हुआ था लेकिन वह खराब होने लगा है. इसे अविलंब दुरुस्त करने की आवश्यकता है. बिहार सरकार को लॉ एंड ऑर्डर की बेहतर स्थिति को स्लिप नहीं करने देना चाहिए नहीं तो आगे संभालने में बहुत दिक्कत होगी.
ये भी पढ़ें: Darbhanga Bank Robbery: लुटेरे अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर, खंगाली जा रही है अपराधियों की कुंडली
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP