पटना:प्रदेश के विभिन्न जिलों में शनिवार को शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शिक्षकों ने सीएम नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा का पुतला भी फूंका. शिक्षकों की मानें तो 5 सितंबर को पटना में शिक्षकों ने समान वेतन की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था. इसमें सरकार के इशारे पर शिक्षकों पर लाठीचार्ज किया गया और सरकार ने 8 हजार शिक्षकों के ऊपर मुकदमा भी दर्ज किया है. इसी के विरोध में उनलोगों ने विरोध मार्च निकाला.
किशनगंज में हंगामा
किशनगंज में शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शिक्षकों ने कहा कि समान वेतन और सेवाशर्त के मसले पर बिहार के शिक्षक लाठी-गोली या जेल-मुकदमे से बिल्कुल नहीं डरने वाले हैं. सरकार के इस दमनकारी रवैये के खिलाफ टीएसयूएनएसएस गोप गुट ने जिले में प्रतिरोध का आह्वान किया. टीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षकों ने शहर के रुइधासा मैदान में नीतीश कुमार का पुतला फूंका. इस दौरान संघ के दर्जनों शिक्षक मौजूद रहे.
भागलपुर में हंगामा
भागलपुर के जिला शिक्षा कार्यालय से शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के घटक संगठन ने सरकार के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला. इस मार्च में सैकड़ों की संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाओं ने हिस्सा लिया. उनलोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा का पुतला भी फूंक कर विरोध किया. संघ के जिला अध्यक्ष ने शिक्षकों के ऊपर दर्ज मुकदमें को वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुई, तो आंदोलन को तेज किया जाएगा और आने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.
नवादा में हंगामा
नवादा के प्रजातंत्र चौक पर एसटेट उत्तीर्ण शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री का पुतला दहन किया. संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार उनलोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों पर बड़ा ही बेतुका बयान दिया है कि वे शिक्षकों को सड़क से उठा कर विद्यालय लाए हैं. अध्यक्ष ने कहा कि वे सभी बतौर टीईटी की परीक्षा पास कर चुके हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि उनके पास तमाम सर्टिफिकेट मौजूद हैं, तो क्या वे सब सड़कछाप हैं.