पटना: पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा का सोमवार को दिल्ली के मेदांता में निधन हो गया. उनके देहांत पर सभी अपने-अपने तरीके से उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने भी उन्हें याद किया और उनके जाने को अपूरणीय क्षति बताया. वर्मा ने कहा कि भले ही मैं ने उनके साथ काम नहीं किया, लेकिन मेरे पिता मिश्रा जी के मंत्रिमंडल में शामिल थे. कृष्ण नंदन वर्मा ने कहा कि जगन्नाथ मिश्रा हमेशा बिहार के विकास के बारे में सोचते थे.
दिवंगत जगन्नाथ मिश्रा को शिक्षा मंत्री ने किया याद, कहा- मेरे पिता ने किया है उनके साथ काम - Education Minister Krishna Nandan Verma
शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा को याद किया. उन्होंने कहा कि जगन्नाथ मिश्रा हमेशा बिहार के विकास के बारे में सोचते थे.
'बेहद सुलझे हुए व्यक्ति थे'
आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि मैंने अपने राजनीति की शुरुआत जगन्नाथ मिश्रा के साथ ही मुजफ्फरपुर से की थी. वे बेहद ही सुलझे हुए व्यक्ति थे. हजारों लोगों के नाम उनके दिमाग में हमेशा रहता था. डॉ. मिश्रा किसी भी सभा या बैठक में या आमतौर पर सभी लोगों से बहुत ही आत्मीय ढंग से बातचीत करते थे. बिहार के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है.
आज होगा अंतिम संस्कार
बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र का पार्थिव शरीर पटना से मुजफ्फरपुर, दरभंगा, झंझारपुर होते हुए उनके पैतृक गांव सुपौल के बलुआ ले जाया जाएगा, जहां शाम करीब चार बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके निधन पर बिहार में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है. राज्यपाल फागू चौहान ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक कुशल प्रशासक, संवेदनशील राजनेता और अर्थशास्त्र का विद्वान अध्यापक बताया.