पूर्णिया: मौसम विभाग ने नेपाल से सटे उत्तर बिहार के जिलों में 72 घंटों तक भारी बारिश के साथ वज्रपात का अनुमान बताया है. इसको लेकर सभी जगह अलर्ट जारी कर दिया गया है.
मीडिया ब्रीफ में बोले डीएम
वहीं मौसम विभाग के महाअलर्ट के बाद जान-माल की क्षति व निचले इलाकों में जलजमाव की संभावना को देखते हुए डीएम राहुल कुमार ने गुरुवार को अहम बैठक बुलाई. बैठक के बाद मीडिया को ब्रीफ करते हुए डीएम राहुल कुमार ने महा वार्निंग से जुड़ी तैयारियों की जानकारी साझा की.
महाअलर्ट पर डीएम की बैठक
मौसम विभाग ने महाअलर्ट में पूर्णिया को रेड जोन में रखा है. वहीं इस दौरान अगले 72 घण्टें तक जारी भारी
वर्षापात और वज्रपात की प्रशासनिक तैयारियो से अवगत करवाते हुए डीएम राहुल कुमार ने कहा कि मौसम विभाग की महावार्निंग को लेकर जिला व प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारियों की अहम बैठक बुलाकर सभी को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
लोगों से घरों में रहने की अपील विशेष टीम ने की जांच
डीएम राहुल कुमार ने कहा कि 12 जुलाई तक के लिए मौसम विभाग का अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही 12 जुलाई को महानन्दा बेसिन में आने वाले इलाके जिनमें पूर्णिया भी शामिल है, इनमें भारी वर्षापात व वज्रपात के अलर्ट जारी किए गए हैं. वहीं मौसम विभाग के अलर्ट के बाद नदियों से घिरे बायसी अमौर व वैसा प्रखण्डों में अगले तीन दिनों तक माइलिंग भी करवाई जाएगी. इसके साथ ही जिले से एक विशेष टीम ने नदियों से लगे बायसी, बैसा व अमौर के शरणस्थल व तटबंध की दुरुस्ती की जांच की है.
लोगों से घरों में रहने की अपील
वहीं, इस दौरान होने वाले वज्रपात को लेकर डीएम ने सभी से घरों में रहने की अपील की है. जिलाधिकारी राहुल कुमार ने कहा कि प्रयास करें कि किसी भी सूरत में खेत व नदी किनारे न जाएं. इसके अलावा किसी भी सूरत में पैनिक होने की जरूरत नहीं है.
निचले व बाढ़ प्रभावित इलाकों में जारी है मायलिंग
वहीं, इस दौरान होने वाली भारी बारिश को देखते हुए निचले इलाकों में पानी लगने व जलस्तर के बढ़ने पर बाढ़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है. सभी इलाकों में लगातार माइनिंग की जा रही है. लिहाजा घबराने की नहीं बल्कि सुरक्षित और सतर्क रहने की जरूरत है.