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Bihar Budget Session 2022: कांग्रेस और लेफ्ट के विधायकों का हंगामा, रोजगार पर सरकार से मांगा जवाब - ईटीवी न्यूज

बिहार विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन भी विपक्षी दलों ने रोजगार समेत कई मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस विधायक ने बजट में 19 लाख रोजगार की चर्चा नहीं होने पर सरकार को घेरा. सीपीआई विधायक राम रतन सिंह ने पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग की. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Mar 2, 2022, 1:06 PM IST

पटना:बिहार विधानसभा के बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session) में विपक्षी पार्टियां विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर लगातार हमले कर रही हैं. बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही कांग्रेस और वाम विधायकों जमकर विरोध-प्रदर्शन (Uproar in Bihar Budget Session 2022) किया. कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया. बजट में 19 लाख रोजगार को लेकर चर्चा नहीं किए जाने पर कांग्रेस के विधायक शकील अहमद ने सरकार पर निशाना साधा.

कांग्रेस विधायक ने कहा सरकार झूठ पर झूठ बोल रही है. बिहार की झूठी सरकार है. रोजगार को लेकर बजट में कोई चर्चा नहीं की गई है. कांग्रेस विधायक ने सरकार पर संवेदनहीनता का आरोप लगाया और कहा कि इनकी विचारधारा डिवाइड एंड रूल की है. आज बिहार विधानसभा के बजट सत्र का तीसरा दिन है लेकिन कहीं भी विपक्षी दलों के बीच एकजुटता सदन के बाहर नहीं दिख रही है. सभी दल अलग-अलग मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

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इधर, सीपीआई और माले के विधायकों ने विभिन्न मुद्दे को लेकर जमकर हंगामा किया. सीपीआई के तेघड़ा के विधायक राम रतन सिंह ने कहा कि हम पुरानी पेंशन योजना की मांग कर रहे हैं. राजस्थान में जिस तरह से सरकार ने उसे लागू किया है, बिहार में भी लागू किया जाये. वहीं, बखरी से सीपीआई के विधायक सूर्यकांत पासवान यूक्रेन में फंसे बिहारी छात्रों के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग कर रहे थे.

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विभूतिपुर से सीपीआईएम के विधायक अजय कुमार ने सरकार से मांग की है कि अभी भी उनके क्षेत्र के अधिकांश किसान अपना धान नहीं बेच पाए हैं. सरकार को इसकी व्यवस्था करनी चाहिए. साथ ही किसानों को धान का उचित मूल्य समय से मिलना चाहिए. इन सब मांगों को लेकर हमने सदन में चर्चा करने की मांग की है. अगर सरकार हमारी मांगों पर चर्चा नहीं करती है तो सदन की कार्रवाई में हम बाधा पहुंचायेंगे. जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए.

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