पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच सीबीआई से कराने के सर्वोच्च न्यायालय फैसले पर कहा कि बिहार में कानून के अनुसार ही काम हुआ है. उन्होंने इस मामले में किसी प्रकार की राजनीति से भी इनकार किया.
संवैधानिक, न्यायसंगत और कानून के अनुरूप हमारा कदम-सीएम
सीबीआई जांच के आदेश के बाद मुख्यमंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह साफ हो गया कि इस मामले में बिहार में जो भी किया गया वह संवैधानिक, न्यायसंगत और कानून के अनुरूप था.
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'हम लोगों की नहीं न्याय की जीत'
इस फैसले पर नीतीश ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, 'यह हम लोगों की नहीं न्याय की जीत है. हमने संविधान का पालन किया है और इस फैसले के बाद यह विश्वास है कि परिवार को अब पूर्ण न्याय मिलेगा.'
इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं-सीएम नीतीश
इस मामले को राजनीति से रिश्ता के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है इसका कानून और न्याय से रिश्ता है.
जनमानस का न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा प्रगाढ़-नीरज कुमार
इधर, बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले से जनमानस का न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा प्रगाढ़ हुआ है और उम्मीद बढ़ी है.
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'आईपीएस को क्वारंटीन करना जांच को बाधित करना था'
उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत के परिजनों द्वारा पटना में मामला दर्ज करवाने के उपरांत जांच के लिए मुंबई गई पुलिस के साथ वहां किए गए असहयोग और पुलिस टीम के नेतृत्व के लिए गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारंटीन किया जाना सीधे तौर पर जांच को बाधित करना था.
परिजनों के अनुरोध पर सीबीआई जांच की अनुशंसा
उन्होंने कहा कि परिजनों के अनुरोध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीबीआई जांच की अनुशंसा की, जिसे माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने भी जांच की अनुमति प्रदान कर दी.