नई दिल्ली/पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) ने कहा कि बिहार में शराबबंदी ( Liquor Prohibition ) सख्ती से लागू रहेगा. कोई भी गड़बड़ करेगा तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा. समीक्षा बैठक हमने की है और मजबूती से इसको लागू कराना है. विपक्ष को शराबबंदी के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार में बहुत बदलाव आया. घरेलू हिंसा के मामले में कमी आई है. शराबबंदी से महिलाएं सबसे ज्यादा खुश हैं. 5 साल से शराबबंदी ( Liquor Ban In Bihar ) ठीक से लागू है लेकिन इसको और बेहतर तरीके से लागू कराएंगे. बराबर समीक्षा बैठक होती रहेगी. विपक्ष चाहे तो कुछ सुझाव दे सकता है लेकिन नकारात्मक सियासत विपक्ष को इस गंभीर मुद्दे पर नहीं करना चाहिए. जनता भी समझ रही है कि विपक्ष की मनसा क्या है और हमारा मन क्या है.
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उन्होंने कहा कि जब 2016 में बिहार में शराबबंदी हम लागू किए थे तो उस समय महागठबंधन की सरकार थी. कांग्रेस और राजद के साथ हमारा गठबंधन था. उस समय दोनों को शराबबंदी से कोई दिक्कत नहीं थी. किसी अधिकारी के बारे में विपक्ष को बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. अगर हमने शराबबंदी सख्ती से लागू करने के लिए किसी अधिकारी को जिम्मा दिया है तो इस पर पॉलिटिक्स नहीं होनी चाहिए.
बता दें बिहार में शराबबंदी 5 साल से ज्यादा से लागू है लेकिन पिछले कुछ समय में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई. आए दिन शराब बरामद की खबरें आती रहती हैं. नीतीश सरकार को शराबबंदी के निर्णय पर लगातार विपक्ष घेर रहा है. नीतीश ने शराबबंदी को लेकर बड़े अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. बैठक में सभी मंत्री, सभी जिलों के डीएम और एसपी भी शामिल थे.