पटना :बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Bihar BJP President Sanjay Jaiswal) के 10 लाख नौकरी के वादे पर सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने मजाक उड़ाया. पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'मैं नहीं बता सकता कि आप किसके बारे में बात कर रहे हैं.' वहीं सिताब दियारा में अमित शाह के बयान पर नीतीश कुमार ने कहा कि जिन लोगों का राजनीतिक करियर अभी 20 साल पहले शुरू हुआ. उनके बयानों को वह कोई महत्व नहीं देते हैं.
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"हमलोग जेपी और राम मनोहर लोहिया के अनुयायी हैं. उनके कदमों पर आगे बढ़ते हैं. लोहिया जी का भाषण सुनने के लिए हम लोग आते थे और जब छोटे थे तो अखबारों में भी इनके बारे में पढ़ते थे. इनकी तो बहुत कम उम्र में मृत्यु हो गई, लेकिन इनके विचार सभी लोग जानते हैं. जिनकी राजनीति मात्र 20 साल से ही शुरू है. उनके बयानों का कोई मतलब नहीं है. जेपी से इन लोगों का कोई लेना-देना है. संजय जायसवाल कौन हैं? उनसे पूछिये और पता कर लीजिए. वह तो पहले आरजेडी में ही थे" - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
क्या कहा था संजय जायसवाल ने: दरअसल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार की तुलना रिकॉर्ड प्लेयर की है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट में लिखा- ''नीतीश कुमार जी की सबसे विशेष बात यह है कि वह 70 के दशक के रिकॉर्ड प्लेयर के रिकॉर्ड की तरह हैं. इसमे एक साथ जय संतोषी मां फिल्म का गाना है और दूसरी तरफ लैला मंजनू. नीतीश कुमार जी के दिमाग का रिकॉर्ड प्लेयर जब चाहता है उलट कर रिकॉर्ड बजाने लगता है. वह समझते हैं कि बिहार की जनता भोली भाली और नादान है और वह जब चाहें पलटी मार कर रिकॉर्ड उल्टा चला सकते हैं.'' बता दें कि संजय जायसवाल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2005 में आरजेडी के साथ की थी. हालांकि, आम चुनाव से पहले 2009 में बीजेपी में शामिल हो गए थे.
नीतीश के निशाने पर अमित शाह:इससे पहले मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इशारों ही इशारों में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि "उन्हें क्या मालूम है, वे लोग क्या बोलते हैं, उसका कोई मतलब है?" पटना में एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद जब मुख्यमंत्री से पत्रकारों ने गृहमंत्री अमित शाह के बयान पर प्रश्न किया तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, "इन लोगों को जयप्रकाश नारायण के बारे में क्या मालूम है?"
"आज जो प्रधानमंत्री हैं, जब मुख्यमंत्री बने थे, तब क्या थे? इन लोगों को क्या मालूम है स्वतंत्रता संग्राम के विषय में. जिन लोगों का आजादी की लड़ाई से कुछ मतलब नहीं रहा, वे आज जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में हुए आंदोलन पर बोल रहे हैं. आजकल जो लोग बोल रहे हैं, उनकी क्या भूमिका थी स्वतंत्रता आंदोलन में?. "ये सब क्या बोलते हैं, उस पर मुझे कुछ नहीं बोलना. इन्हें न कोई ज्ञान है और ना कोई जानकारी है." - नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
सिताब दियारा में नीतीश-लालू पर भड़के अमित शाह:इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री ने मंगलवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के मौके पर उनकी जन्मस्थली सिताबदियारा में कहा कि जेपी के ग्रामोत्थान, सहकारिता और सर्वोदय के सिद्धांत को आगे बढ़ाने के लिए नरेंद्र मोदी की सरकार दृढ़संकल्पित है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा, "जेपी आंदोलन के कई लोग हैं जो पूरा जीवन जेपी और लोहिया जी का नाम लेते रहे, लेकिन आज वे सत्ता के लिए कांग्रेस की गोद में बैठे हुए हैं. जेपी ने जीवनभर सत्ता के लिए नहीं, बल्कि सिद्धांतों के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन उनका नाम लेकर राजनीति में आने वाले लोग, सत्ता के लिए पांच-पांच वार पाला बदलने वाले लोग बिहार का मुख्यमंत्री बने बैठे हैं."