पटनाः शिवसेना के मुखपत्र सामना में बुर्के को प्रतिबंधित किए जाने की मांग के बाद राजनीतिक दलों की ओर से प्रतिक्रिया शुरू हो गई हैं. एनडीए गठबंधन के नेता और सांसद चिराग पासवान ने इस पर कहा कि हर पार्टी की अपनी-अपनी पॉलिसी अपनी-अपनी राय होती है. एनडीए का हिस्सा हैं इसका मतलब ये नहीं कि उनके बयान से सहमत हों.
शिवसेना के बुर्के पर बैन का चिराग ने किया विरोध, कहा- वेशभूषा की होनी चाहिए आजादी - चुनाव
चिराग पासवान ने कहा कि यह शिवसेना की पॉलिसी हो सकती है लेकिन लोजपा हर धर्म को अपनाने और उसका पालन करने की आजादी में विश्वास रखती है.
चिराग पासवान ने कहा कि हर राजनैतिक दल की अपनी कुछ नीतियां होती है कुछ एजेंडे रहते हैं कुछ पॉलिसीज रहती है. वह गठबंधन का हिस्सा है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम लोग हर राजनैतिक दल जो बातें बोलेंगे उससे सहमत हो. चिराग पासवान ने कहा कि यह शिवसेना की पॉलिसी हो सकती है लेकिन लोजपा की बात करें तो हम लोग हर धर्म को अपनाने और उसका पालन करने की आजादी से सहमत रहे हैं.
एलजेपी सांसद ने कहा कि जिसको अपने धर्म को जैसे निभाना हो उसे जैसे पालन करना चाहे चाहे वह वेशभूषा के आधार पर हो चाहे परंपराओं के आधार पर हो. व्यक्ति को उस धर्म के पालन करने की आजादी होनी चाहिए. उन्होंने तेजस्वी यादव के बयान पर भी बोला. चिराग ने कहा कि मेरे छोटे भाई तो कुछ न कुछ बोलते रहते हैं उनकी बातों का कोई आधार नहीं होता.