पटनाःआज विजयादशमी (Vijaya Dashami 2021) है. 9 दिनों तक मां के विभिन्न रूपों की पूजा के बाद माता को विदा किया गया. पटना के दानापुर में मां की विदाई कुछ अलग ही परंपरा से किया जाता है. इसके तहत नगर की तमाम देवी प्रतिमाओं का एक जगह खोइछा बदला जाता है. यह परंपरा पूरे विधि विधान के साथ होता है.
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दानापुर के पेठिया बाजार स्थित मां दक्षिणेश्वर से बड़ी देवी और छोटी देवी से मिलन कराया जाता है, जिसमें हजारों लोग शामिल होकर माता जी की आरती और खोइछा मिलान कराते हैं. इस मनोरम नजारे को देखने के लिए आसपास से लोग जुटते हैं.
यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है. इसमें महिलाए सबसे पहले माता की डोली को कंधे पर उठाकर ले जाती हैं और उसके बाद ही पुरुष माता के डोली को उठते हैं. मां की विदाई के समय हजारों के संख्या में भक्त प्राचीन वाद्य यंत्रों के साथ पुष्पांजलि करते हैं. उसके बाद आरती की जाती है.
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आरती के बाद बड़ी देवी मां और छोटी देवी मां का खोइछा एक-दूसरे प्रतिमा से अदला बदली की जाती है. इस मौके पर पंडित ब्रिजमोहन मिश्र ने बड़ी देवी-छोटी देवी (दोनों बहनों) के मिलन की परंपरा को संपन्न कराया. पुजारी पंडित ब्रिजमोहन मिश्र ने बताया कि मां का खोइछा मिलन की ये परम्परा सैकड़ों सालों से चलती आ रही है.