पटना: बिहार में कोरोना (Corona in Bihar) का खतरा बरकरार है. कोरोना संक्रमण में तेजी आई है. इसी बीच कोरोना की तीसरी लहर और ओमीक्रॉन की आशंका के बीच केंद्रीय टीम बिहार के दौरे पर है. केंद्र सरकार की टीम तीन-चार दिनों तक बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा कर तैयारियों का जायजा लेगी.
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केंद्रीय टीम ने बिहार के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) को लेकर तैयारियों की समीक्षा (PREPARATIONS TO DEAL WITH CORONA in Bihar) की. तैयारियों का जायजा लेने के बाद यह टीम अपनी समीक्षा रिपोर्ट केंद्र को सौंपेगी. केंद्र सरकार की इस टीम में शामिल डॉ. दीपक कुमार ने कहा कि संभावित तीसरी लहर से पहले हम तैयारियों का जायजा ले रहे हैं. राजधानी पटना के वैक्सीनेशन सेंटरों का जायजा लिया है. आने वाले तीन-चार दिनों में बिहार के कई जिलों का दौरा करेंगे. टीम तैयारियों की समीक्षा भी करेगी.
स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि ओमीक्रॉन के खतरे को देखते हुए बिहार सरकार हाई अलर्ट पर है. प्रधान सचिव ने कहा कि केंद्रीय टीम के साथ हम मिलकर काम कर रहे हैं. जहां कुछ कमियां रह गई हैं, उस पर हम काम करने के लिए तैयार हैं.
संभावित तीसरी लहर की तैयारियों का पता लगाने के लिए पहुंच रही केंद्रीय टीम प्रदेश के उन जगहों पर जाएगी, जहां संक्रमण की दूसरे लहर में स्थिति खराब थी और वहां की स्थिति क्या है, यह जानकारी प्राप्त करेगी. इसके अलावा टीम विभिन्न अस्पतालों का औचक दौरा करेगी और वहां ऑक्सीज, वेंटीलेटर की क्या स्थिति है, यह देखेगी. टीम के सदस्य अस्पतालों का दौरा करने के बाद संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे और जरुरत के अनुसार आवश्यक दिशा निर्देश देंगे
बता दें कि देशभर में बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनजर, केंद्र ने दस चिन्हित राज्यों में बहु-अनुशासनात्मक टीमों को तैनात किया है, जो पॉजिटिव मामलों की संख्या में वृद्धि या राज्यों के प्रयासों की सहायता के लिए धीमी टीकाकरण गति की रिपोर्ट कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार, इन टीमों को केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, कर्नाटक, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और पंजाब में तैनात किया जाएगा और टीम तीन से पांच दिनों के लिए राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ काम करेगी.
टीमें जीनोम अनुक्रमण के लिए भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इंसाकोग) नेटवर्क को क्लस्टर से पर्याप्त नमूने भेजने सहित कोविड-19 परीक्षण के साथ-साथ निगरानी, नियंत्रण संचालन सहित ट्रेसिंग से संपर्क करेंगी. बताया जाता है कि राज्य स्तर की केंद्रीय टीमें स्थिति का आकलन करेंगी, उपचारात्मक कार्रवाई का सुझाव देंगी और हर शाम 7 बजे तक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (एमओएचएफडब्ल्यू) को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी.
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