पटनाः बिहार में शराबबंदी को लेकर भाजपा (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पुलिस की मिलीभगत से भी कुछ जिलों में जहरीली शराब बेची जा रही है. उन्होंने कहा कि कानून को लागू हुए 6 साल से ज्यादा हो गये हैं. कानून की एक बार समीक्षा होनी चाहिए.
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बिहार बीजेपी अध्यक्ष संजय जायसवाल ने ये भी कहा कि जहां पर पुलिस प्रशासन के सहयोग से जहां विदेशी शराब की तस्करी हो रही है. वैसे इलाकों में इस तरह की घटनाएं नहीं हो रही है. कानून को लागू हुए 6 से 7 साल हो गये. इस कानून की सफलता और असफलता पर चर्चा कर इसकी समीक्षा होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो कहा, उस पर जरूर कार्रवाई करेंगे.
'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सही नीयत से शराबबंदी कानून लागू किया है, लेकिन पुलिस विभाग के अधिकारी कानून की हवा निकाल रहे हैं. पूर्वी चंपारण में भी बड़े पैमाने पर शराब का कारोबार पुलिस- प्रशासन के संरक्षण में चल रहा है. संजय जायसवाल ने कहा कि पांच 6 साल हो चुके हैं. अब शराबबंदी कानून की नए सिरे से समीक्षा होनी चाहिए. कुछ ऐसे जिले हैं जहां पुलिस की मिलीभगत से जहीरीली शराब का कारोबार हो रहा है, वहां ऐसी घटनाएं ज्यादा हो रही है.':- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
बता दें कि जदयू शराबबंदी कानून की समीक्षा के पक्ष में नहीं है. उनके नेताओं का कहना है कि शराबबंदी लागू है और रहेगी. प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा है कि शराबबंदी सबकी सहमति से लागू हुई थी. इस फैसले की समीक्षा की जरूरत नहीं है.
बिहार में कहने को तो शराबबंदी है, लेकिन इसी साल अब तक करीबन 100 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हो चुकी है. वहीं, जदयू कार्यालय में मिलन समारोह में पहुंचे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) से जब पत्रकारों ने सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, 'बिहार में शराबबंदी कानून सख्ती से लागू रहेगा. जांच हो रही है और कानून के अनुसार काम होगा. जो भी लोग दोषी है, किसी को बख्शा नहीं जाएगा. शराबबंदी कानून लागू है और लागू रहेगा.'
ज्ञात हो कि बिहार में 5 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. इसके बाद से अब तक करीबन 125 से ज्यादा लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो चुकी है. साल 2021 में लगभग ही अकेले 90 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है. हालांकि शराब के जुड़े मामलों पुष्टि नहीं हो पा रही है.