पटना:हम प्रमुख जीतनराम मांझी (HAM Chief Jitan Ram Manjhi) ब्राह्मणों पर विवादित बयान देकर मुश्किल में फंस गए हैं. जीतनराम मांझी के आपत्तिजनक बयान से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है. वहीं, दूसरी तरफ पटना में मांझी के खिलाफ ब्राह्मणों में आक्रोश है. पटना के स्वर्ण आयोग कार्यालय गेट के पास में राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के द्वारा नारेबाजी की गई. जीतनराम मांझी से माफी मांगने को लेकर राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के लोगों ने आक्रोश जताया.
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जीतनराम मांझी ने ब्राह्मण समाज को लेकर जो टिप्पणी की थी और बातों को जिस तरह से गोल गोल घुमा रहे है, उसके बाद पूरे ब्रहामण समाज में आक्रोश है. इसके साथ ही कई अलग-अलग थानों में मांझी के खिलाफ शिकायत दर्ज का सिलसिला भी तेज हो गया है. मांझी के इस बयान से पूरे ब्राह्मण महासभा में आक्रोश काफी बढ़ गया है. राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष आशुतोष कुमार झा ने कहा कि जीतन राम मांझी हमेशा उन्माद फैलाने वाला बयान देते रहते हैं. कभी कहते हैं कि राम को नहीं मानते हैं तो अब ब्राह्मणों को लेकर उन्होंने जो बयान दिया है, वो अशोभनीय है.
''मांझी मुख्यमंत्री के पद पर भी रह चुके हैं, लेकिन उनका दिमाग इन दिनों पूरी तरह से खराब हो गया है. इसी का नतीजा है कि वह उल जलूल बयान देते रहते हैं. एनडीए की सरकार से हम मांग करते हैं कि जल्द से जल्द उनको बेदखल किया जाए. जीतन राम मांझी अविलंब खुले मन से ब्राह्मण समाज से माफी मांगे. ब्राह्मण समाज हमेशा से माफ करने वाली जाति रही है, ऐसे में जीतनराम मांझी सार्वजनिक रूप से माफी मांगेंगे तो उनको माफ किया जाएगा. अन्यथा जब तक मांझी सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे इस तरह का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा.''-आशुतोष कुमार झा, अध्यक्ष, राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा