पटना:बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) की आशंका बनी हुई है. इन सबके बीच राज्य में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) कराए जा रहे हैं. सरकार के सामने दशहरा उत्सव में भीड़ को लेकर भी चुनौती बनी हुई है. सरकार की ओर से हालात से निपटने के लिए माइक्रो लेवल पर एक्शन प्लान तैयार किया गया है.
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बिहार में कोरोना संक्रमण में कमी आई है, लेकिन तीसरी लहर की आशंका बनी हुई है. एक ओर जहां राज्य में पंचायत चुनाव कराए जा रहे हैं, तो दूसरी तरफ त्योहार आने वाले हैं. भीड़ को देखते हुए स्वास्थ विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है. तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए बच्चों के लिए बिहार में 1516 कोविड-19 डेडीकेटेड बेड बनाए जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
''तीसरी लहर से पहले सरकार तैयारियों में जुटी है. हमने पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रखी है. 72 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं और अगले 15 दिन में 50 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाएंगे. बिहार में हाईटेक चलंत अस्पताल का निर्माण होगा. 30 जिलों में 42-42 बेड और 8 जिलों में 32-32 बेड की व्यवस्था की जाएगी. कुल 1516 बेड में 456 हाइब्रिड आईसीयू बेड और 1060 ऑक्सीजन युक्त बेड होंगे.''- मंगल पांडे, स्वास्थ्य मंत्री
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बिहार में 456 हाइब्रिड आईसीयू और 1060 ऑक्सीजन युक्त बेड बनाए जाएंगे. मार्च तक पूरे बिहार में 40 चलंत अस्पताल का निर्माण किया जाना है. तमाम चलंत अस्पताल में बेड ऑक्सीजन युक्त होंगे. बिहार में 50 और 100 बेड वाले चलंत अस्पताल के निर्माण कराए जाएंगे. वैक्सीनेशन को लेकर भी सरकार विशेष अभियान चलाने जा रही है, आगामी 2 अक्टूबर को मेगा वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया जाएगा. जिसमें 33 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है.
बिहार में अब तक 5.50 करोड़ लोगों को वैक्सीन दिया जा चुका है. डबल डोज वैक्सीनेशन को लेकर भी सरकार प्रतिबद्ध है. डबल डोज के लिए डेडीकेटेड वैक्सीनेशन सेंटर बनाए जा रहे हैं. राज्य में एक करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज दिए जा चुके हैं. दशहरा उत्सव को लेकर भी सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है. पूजा पंडाल में वही लोग रहेंगे, जो वैक्सीन ले चुके हैं. मास्क का उपयोग अनिवार्य तौर पर लोगों को करना होगा. इसके अलावा कोरोना के प्रोटोकोल का पालन भी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं.