मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना (Social Security Pension Scheme) में बड़े फर्जीवाड़ा की जांच पंचायत चुनाव के चलते अटकी है. इससे ऐसे पेंशनरों से न तो राशि की वसूली हो पा रही है और न ही कोई कानूनी कार्रवाई, जो फर्जीवाड़े कर पैसा उठाव किये हैं.
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इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना (Indira Gandhi National Old Age Pension Scheme) एवं मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना में फर्जीवाड़ा (Scam In Pension Scheme) का मामला सामने आया था. इसके बाद जुलाई में ही समाज कल्याण विभाग के निदेशक ने संदेहास्पद पेंशनरों का भौतिक सत्यापन कराने और गड़बड़ी मिलने पर राशि की वसूली व कानूनी कार्रवाई का आदेश दिया था. आदेश आने के कुछ दिनों के बाद ही पंचायत चुनाव की घोषणा हो गई. प्रखंड व पंचायत कर्मियों की इसमें व्यस्तता से भौतिक सत्यापन नहीं हो सका.
फर्जीवाड़ा की संभावना को देखते हुए विभाग ने सभी संदेहास्पद पेंशनरों की पेंशन पर जुलाई में ही रोक लगा दी थी. भौतिक सत्यापन पूरा होने तक पेंशन बंद कर दी है. जांच में फर्जी पाए जाने वाले पर राशि वसूली व प्राथमिकी के आदेश दिए गए थे. मुजफ्फरपुर में संदेहास्पद पेंशनरों की संख्या करीब 23,737 है. इसमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना में 23,713 व मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना में 24 पेंशनर संदेहास्पद हैं.