गया: शिक्षक दिवस के मौके पर पूरे प्रदेश में नियोजित शिक्षकों का मामला गरमाया हुआ है. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शिक्षक दिवस की बधाई दी. इसके साथ सरकार से शिक्षकों की मांग को पूरा करने की मांग की.
जीतन राम मांझी ने कहा कि प्रदेश में आज हजारों शिक्षकों का पेट खाली है. परिवार भुखा है. सरकार इस तरफ ध्यान नहीं दे रही है. इसलिए विवश होकर शिक्षक दिवस के मौके पर नियोजित शिक्षक राजधानी में प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षकों के साथ ज्यादती हो रही है.
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का बयान मांझी ने किया पुरजोर समर्थन
इसके साथ जीतन राम मांझी ने कहा कि सभी नियोजित शिक्षक प्रदेश के गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं. अमीर के बच्चे तो प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे हैं. इसलिए सरकार को शिक्षकों की मांग मान लेनी चाहिए. इससे शिक्षक बच्चों को मनोयोग से पढ़ाएंगे. इनकी मांगों का पुरजोर समर्थन कर रहे हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते जीतन राम मांझी शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
बता दें कि टीचर्स डे के मौके पर बिहार में सरकार और शिक्षक आमने-सामने हैं. प्रशासन की बंदिशों के बावजूद, लाखों नियोजित शिक्षक 'समान काम, समान वेतन' की मांग को लेकर गर्दनीबाग प्रदर्शन करने पहुंते थे. शिक्षक समान काम के बदले समान वेतन के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं.