पटनाः बिहार के छह शहरों के 13 ठिकानों पर फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल (Phulwarisharif Terror Module case) में गुरुवार को एनआईए की छापेमारी चल रही है. राजधानी पटना के फुलवारी इलाके में, अररिया व सीमांचल के अन्य जिलों और औरंगाबाद सहित कई स्थानों पर छापा मारा गया है. इसी कड़ी में दरभंगा में भी एनआईए की टीम ने फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल के आरोपी के घर छापा मारा है. दरभंगा में सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव और लहेरियासराय थाना क्षेत्र के उर्दू में एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है.
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आज इनके ठिकानों पर चल रही एनआईए की छापेमारीः
1. इम्तियाज दाऊद, मिल्लत कॉलोनी फुलवारीशरीफ पटना
2. महबूब आलम, नूर मस्जिद शरीफ कॉलोनी पटना
3.खलीकुल जमा, गोनपूरा फुलवारीशरीफ
4. मोहम्मद अमीन आलम, गोनपुरा, फुलवारीशरीफ
5. मजहर उल इस्लाम उर्फ मजहर इमाम, मुजफ्फरपुर
6. परवेज आलम उर्फ अरशद अली, छपरा
7.एहसान परवेज उर्फ़ अहसान, अररिया
फुलवारीशरीफ में छापेमारी जारी:पटना फुलवारी शरीफ में एनआईए की छापेमारी जारी है. थाना क्षेत्र के दो जगहों में छापेमारी कर रही है फुलवारी शरीफ के मिलकीआना मोहल्ले में मौजूद एसडीपीआई के एहसान परवेज के घर में छापेमारी की गई है. यह छापेमारी सुबह-सुबह की गई. वहीं दूसरी तरफ फुलवारी शरीफ के गोनपूरा गांव में एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है. यहां दो लोगों के घरों की तालाशी ली जा रही है और पूछताछ भी जा रही है. अमीन खान और छोटे खान के घर में एनआईए की टीम मौजूद है और घर के लोगों से पूछताछ कर रही है. इनका नाम फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल में पहले भी आ चुका है और उसी को लेकर के एनआईए की टीम छापेमारी कर रही है.
अररिया के जोकीहाट में चल रही छापेमारीःअररिया के जोकीहाट स्थित सिमरिया पंचायत के अरतिया गांव में भी एनआईए ने छापा मारा है. यहां के एहसान परवेज नाम के युवक का फुलवारीशरीफ टेरर मॉड्यूल मामले में नाम आया था. एहसान परवेज SDPI (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के प्रदेश महासचिव हैं. इसी को लेकर स्थानीय पुलिस की मदद से एनआईए की टीम सुबह-सुबह जोकीहाट के सिमरिया पंचायत स्थित अरतिया गांव पहुंची. अभी तक उसके घर से कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है, ना ही कोई परिवार का सदस्य घर में मौजूद मिला. अभी भी एहसान परवेज एनआईए की गिरफ्त से बाहर है.
दरभंगा में भी एनआईए ने दी दस्तकः दरंभगा के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव में मोहम्मद मुस्तकीम के घर है. मोहम्मद मुस्तकीम पर फुलवारी शरीफ मामले में एफआईआर हुई थी. इन पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है. प्राथमिकी में इसी गांव के मो. सनाउल्लाह भी नामजद हैं. छापेमारी दल के लोग मुस्तकीम के मां, पिता और भाई से पूछताछ कर रहे हैं. मो. मुस्तकीम घर पर मौजूद नहीं था. पिछले माह एनआईए की टीम ने इन दोनों छापेमारी जगहों पर की थी. इन पर पीएफआई (PFI) से कनेक्शन को लेकर कार्रवाई चल रही है. सिंहवाड़ा थाना प्रभारी उपेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने गांव की नाकेबंदी की है.
क्या है फुलवारी शरीफ टेरर मॉड्यूल?: आपको बता दें कि हाल में पटना पुलिस ने फुलवारीशरीफ में दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने खुफिया सूचना पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने और लोगों को आतंकी प्रशिक्षण देने वाले संगठन साथ ही PFI (पोपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) और SDPI (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के सदस्य मोहम्मद जलालुद्दीन और पटना के गांधी मैदान ब्लास्ट कांड के आरोपी अतहर परवेज को गिरफ्तार किया था.
क्या है मिशन 2047?: 2047 तक इंडिया इस्लामिक देश (Mission Islam 2047) बनाने की योजना है. भारत को मुस्लिम राष्ट्र (Plan To Make India An Islamic State) बनाने की साजिश के लिए इन लोगों ने 7 पेज का एक्शन प्लान (PFI Seven Page Plan) बनाया था जिसमें लिखा था, 10% मुस्लिम साथ दे तो बहुसंख्यक घुटनों पर आ जाएंगे. उनकी योजना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से दलित ओबीसी को अलग करने की थी. इस मामले में अब तक 8 संदिग्ध गिरफ्तार हो चुके है. अब 18 लोगों की एनआईए को तलाश है. अब तक मोहम्मद जलालुद्दीन, अतहर परवेज, अरमान मलिक, ताहिर अहमद, शब्बिर मलिक, शमीम अख्तर और इलियास ताहिर उर्फ मरगूब को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से तीन की पहले गिरफ्तारी हुई थी और जांच के दौरान और चार लोगों को पकड़ा गया था.
पीएम के पटना दौरे से पहले हुई थी गिरफ्तारी: दरअसल, इस पूरे मामले की भनक पुलिस को तब लगी जब 12 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे से पहले 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ में संदिग्ध अतहर परवेज और जलालुद्दीन को पकड़ा गया. ये लोग दो महीने से पीएम मोदी के आगमन को लेकर किसी बड़ी साजिश का षड्यंत्र रच रहे थे. FIR में दर्ज बयान के आधार पर बताया गया कि बहुत से लोग पीएम के आगमन को लेकर बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए जुटे हैं. पिछली 6-7 जुलाई को भी इन लोगों ने गुप्त मीटिंग की थी जिसमें अनजान लोगों का आना जाना हुआ था. यानी दोनों की साजिश के तार काफी गहरे दिख रहे थे. प्रधानमंत्री आगमन को लेकर आईबी के अलर्ट के बाद IB द्वारा मिली रिपोर्ट के आधार पर इन दोनों को गिरफ्तार किया गया था. जब इस मामले की जांच जब आगे बढ़ी तो बिहार में एक बड़े आतंकी साजिश का खुलासा हुआ. अब NIA इन सभी आरोपियों का चिट्ठा जांच में खंगालेगी.
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