छपरा: भगवान भास्कर का महान पर्व चैती छठ को लेकर जिले में अलग रौनक देखने को मिल रही है. जिले में जल का अभाव है. घाट सूखे पड़े हैं. साथ ही अबतक तालाबों-पोखरों की सफाई नहीं हो पाई है.
जिले में विगत दो वर्षों से बारिश नहीं होने के कारण जिले मे सूखे की स्थिति पनपती जा रही है. जनता पानी बिना त्राहि-त्राहि कर रही है. जिला प्रशासन ने भी पानी को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं.
जिले में सुखाड़ की स्थिति : नदी और तालाब में नहीं है जल, छठव्रती परेशान - प्रशासन फेल
जिले में विगत दो वर्षों से बारिश नहीं होने के कारण जिले मे सूखे की स्थिति पनपती जा रही है. जनता पानी बिना त्राहि-त्राहि कर रही है. जिला प्रशासन ने भी पानी को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं.
शुरुआती गर्मी में हो रही पानी की किल्लत
बता दें कि जिले के लगभग 80% हैंडपम्प और बोरिंग फेल हो चुके हैं. हालात यह है कि भगवान भास्कर के महान पर्व पर छठ पर भी अर्घ्य देने के लिए जल की वयव्सथा नहीं हो पा रही है. नदी, तालाब और पोखर सूखने के कारण छठ व्रत करने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
फलों की बढ़ी कीमत
स्थानीय लोगों ने बताया की छठ पर्व पर भी कहीं पानी नहीं होना चिंता का विषय है. जबकि अभी अप्रैल का महीना शुरु हुआ है. भीषण गर्मी अभी बाकी है. पर्व को लेकर बाजारों मे फलों के दाम आसमान छू रहे हैं. केला 50 रुपये दर्जन तो वहीं सेब 70 से 80 रुपये प्रति किलो की दर से, वही गन्ना 40 रुपये जोड़ा बिक रहा है.