छपराः बिहार के सारण में एक हवलदार ने पुलिस पदाधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर जहर खा लिया. इसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. गंभीर हालत में उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. यह मामला छ्परा पुलिस लाइन का है. पीड़ित हवलदार का नाम विभूति झा है. उन्होंने बताया कि सार्जेंट मेजर उसे अपने आवास पर बुलाकर चप्पल चलाकर मारा. साथ ही गाली गलौज करने के बाद निलंबित कर दिया. इसको लेकर वह वरीय के पास पहुंचे, लेकिन वहां भी जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो अंत में जहर खा लिया. हवलदार का इलाज छ्परा के सदर अस्पताल में चल रहा है.
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सल्फास खाने की बात आ रही सामनेः छपरा सदर अस्पताल के ड्रेसिंग हॉल के बेड पर एक शख्स का डाॅक्टर इलाज कर रहे थे. उन्होंने पूछने पर बताया कि जहर खाने का मामला है. इसने शायद सल्फास खा लिया है. इस कारण इसकी स्थिति कुछ ठीक नहीं है. अभी इसका इलाज किया जा रहा है. बेड पर पड़ा यह मरीज बिहार पुलिस का हवलदार है, जिसने अपने वरीय पदाधिकारियो के तानाशाही रवैये से तंग आकर आत्महत्या का प्रयास किया है. इस घटना के बाद सारण के पुलिस विभाग में हड़कंप की स्थिति है. इस घटना के बाद सभी पुलिस पदाधिकारी छपरा सदर अस्पताल पहुंचे इस मामले में अधिकारियों ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है और कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
पुलिस लाइन में हवलदार है पीड़ितः पीड़ित हवलदार विभूति झा ने छपरा पुलिस लाइन के सार्जेंट मेजर और अन्य पदाधिकारियों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. उसने कहा है कि उनके दुर्व्यवहार से वह काफी मर्माहत थे. जब उन्होंने इसकी शिकायत वरीय अधिकारियों से की तो वरीय अधिकारियों ने भी इस मामले में ध्यान नहीं दिया. उसके बाद उन्होंने यह कठोर कदम उठाया. वहीं इस घटना के बाद पुलिसकर्मियों में काफी आक्रोश है और वह काफी संख्या में छपरा सदर अस्पताल अपने साथी को देखने के लिए पहुंच गए हैं.
"सार्जेंट मेजर ने मुझे चप्पल से मारा और गाली गलौज किया. छुट्टी मांगने पर गाली देते हैं. एसपी के पास शिकायत किये तो कोई कार्रवाई नहीं हुआ. झूठी शिकायत कर सर्जेंट मेजर ने निलंबित करा दिया. सर्जेंट मेजर ने कहा 10 दिन में आवास खाली करो नहीं तो सब समान फेंक देंगे और कहा जाकर जहर खा लो"- विभूति झा, पीड़ित हवलदार