सारण: चौथे भिखारी ठाकुर महोत्सव का सफल समापन हुआ. मेहमान कलाकारों ने दो दिनों तक शहर के एकता भवन में देश विदेश की लोककला को प्रदर्शित किया गया. दो दिवसीय कार्यक्रम में श्रीलंका से 12 सदस्यीय टीम लेकर आने वाली आशा हंसिनी परेरा, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से आई युवा कलाकार दीप्ति डोगरे के एकल नृत्य को स्थानीय कलाकारों व दर्शकों ने खूब सराहा. उत्तर प्रदेश के डॉ मन्नू यादव ने बिरहा की प्रस्तुति की.
भिखारी ठाकुर महोत्सव का समापन, देश-विदेश के कलाकारों ने लोककला से जीता दिल - Janendra Dost, Director of the Bhikhari Thakur Rangmandal Training and Research Center
भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के निदेशक जैनेंद्र दोस्त ने बताया कि सीमित संसाधनों के बीच यह समारोह संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के साथ ही बिहार के कई जिलों से आए मेहमान कलाकारों ने भी अपनी लोक कला के माध्यम से दर्शकों की वाहवाही लूटी.
कलाकारों ने लूटी वाहवाही
भिखारी ठाकुर रंगमंडल प्रशिक्षण एवं शोध केंद्र के निदेशक जैनेंद्र दोस्त ने बताया कि सीमित संसाधनों के बीच यह समारोह संपन्न हुआ. इस कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों के साथ ही बिहार के कई जिलों से आए मेहमान कलाकारों ने भी अपनी लोक कला के माध्यम से दर्शकों की वाहवाही लूटी.
युवाओं से अपील
निदेशक जैनेंद्र दोस्त ने बताया कि इस आयोजन में किसी भी अधिकारी, राजनीतिक दल या सामाजिक कार्यकर्ताओं का सहयोग नहीं मिला, इस बात का अफसोस है. हालांकि स्थानीय युवा कलाकारों का भरपूर सहयोग मिला है. उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि अपनी जमीन, अपनी जड़ों, अपनी संस्कृति से जुड़े रहिए. आज के आधुनिक जीवनशैली में मोबाइल स्क्रीन देखते हुए आप धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो जाएंगे.