पुडुचेरी: एसवीएआरएएम बागीचे में आने वाले बजा सकते हैं वाद्य, औपचारिक शिक्षा की जरूरत नहीं - PUDUCHERRY GARDEN
By PTI
Published : Feb 24, 2025, 4:53 PM IST
पुडुचेरी के ऑरोविले में एसवीएआरएएम बागीचे में प्रवेश करने के साथ तरह-तरह का संगीत सुनने को मिलता है. ये बागीचा करीब दो एकड़ में फैला हुआ है. इन वाद्यों को बजाने के लिए औपचारिक शिक्षा की जरूरत नहीं. बागीचे में आने वाला कोई भी शख्स इन्हें आसानी से बजा सकता है। इनसे निकलने वाला संगीत बेहद सुरीला होता है. स्वरम कर्मचारी कार्तिक ने बताया कि इस वाद्ययंत्र को वीणा कहते हैं. संगीत निकालने के लिए इन्हें सिर्फ छूने का जरूरत है. इन्हें बजाना सीखने की जरूरत नहीं है. यहां सब कुछ बजाना बेहद सरल है. गाइड के साथ कोई भी पांच मिनट के भीतर कोई भी वाद्य बजा सकता है. यही इस जगह का मकसद है. शहरों में रहने वाले यहां आते हैं, तो उन्हें नया अनुभव मिलता है. ये जगह लोगों को सुकून देने के लिए बनाई गई थी और अब ये वही कर रहा है. वहीं रखरखाव करने वालों का कहना है कि ये बागीचा देश के साथ-साथ विदेशी सैलानियों के बीच भी काफी लोकप्रिय है. स्वरम का कहना था कि हर रोज यहां 100 से 300 लोग आते हैं। यहां स्कूल और कॉलेज के छात्र आते हैं. चूंकि ये ऑरोविले के भीतर है, इसलिए यहां विदेशी सैलानी भी आते हैं और वाद्य बजाने का आनंद लेते हैं. इन वाद्यों को 15 पड़ोसी गांवों के 80 कलाकार बनाते हैं. ये बागीचा 2003 में बना था. फिलहाल यहां करीब 30 वाद्य हैं. हर वाद्य का संगीत आगंतुकों को अनायास ही सुकून देता है.