हैदराबाद:Apple के एक कार्यकारी ने बताया कि कंपनी का सर्च इंजन बनाने या टेक्स्ट विज्ञापन बाजार में प्रवेश करने का कोई इरादा नहीं है. यह जानकारी यू.एस. न्याय विभाग द्वारा Google और Apple के खिलाफ चल रहे अविश्वास मामले में आधिकारिक गवाही के रूप में सामने आई है.
बता दें कि यह मामला डिफॉल्ट सर्च इंजन डील को लेकर दायर किया गया है, जिसमें बताया गया कि Safari पर iPhone यूजर द्वारा दर्ज की गई कोई भी क्वेरी सीधे एप्पल के सर्च इंजन में खुल जाती है. कार्यकारी ने कहा कि अगर इस तरह के सौदे को रद्द कर दिया जाता है, तो इसका मतलब यह नहीं होगा कि क्यूपर्टिनो स्थित टेक दिग्गज अपना सर्च इंजन प्लेटफॉर्म बनाएगी.
Apple में सेवाओं के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एडी क्यू ने 23 दिसंबर को चल रहे एंटीट्रस्ट मामले के दौरान एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें iPhone निर्माता कंपनी और Google दोनों ही शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि यह मामला कई साल पहले दायर किया गया था, जब यह पता चला कि एप्पल राजस्व-साझाकरण सौदे के तहत गूगल से सालाना लगभग 20 बिलियन डॉलर (लगभग 1.7 लाख करोड़ रुपये) कमाता है, जो आईफोन डिवाइस पर गूगल को डिफ़ॉल्ट सर्च इंजन बनाता है.
अदालत में दायर किए गए बयानों को सबसे पहले रॉयटर्स द्वारा जारी किया गया. फाइलिंग के अनुसार, क्यू एंटीट्रस्ट प्रवर्तक के सुझाए गए उपाय का जवाब दे रहे थे, जो गूगल को सर्च वितरण के लिए राजस्व साझा करने से रोकेगा. उन्हें 'अस्वीकार्य विकल्प' कहते हुए, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस तरह के उपाय से या तो एप्पल सफारी पर गूगल सर्च को एक विकल्प के रूप में हटा देगा या इसे 'एप्पल के यूजर्स के लिए मूल्यवान पहुंच' साझा करने के लिए कोई मुआवजा प्राप्त किए बिना रहने देगा.