नई दिल्ली :वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक रक्त परीक्षण विकसित किया है जो यह पता लगा सकता है कि कोई व्यक्ति 24 घंटे तक सोया है, या नहीं, जिसे नींद की कमी भी कहा जाता है. ऑस्ट्रेलिया में मोनाश विश्वविद्यालय और ब्रिटेन में बर्मिंघम विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों के अनुसार, नींद की कमी के इस स्तर से सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण स्थितियों में गंभीर चोट या मृत्यु का खतरा बढ़ जाता है. साइंस एडवांसेज जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, बायोमार्कर ने पता लगाया कि क्या व्यक्ति 24 घंटे तक जाग रहे थे या नहीं, इसकी 99.2 प्रतिशत संभावना सही है.
ब्रिटेन में बर्मिंघम विश्वविद्यालय में नींद और सर्केडियन विज्ञान के प्रोफेसर क्लेयर एंडरसन ने कहा, 'नींद वैज्ञानिकों के लिए यह वास्तव में एक रोमांचक खोज है, और अपर्याप्त नींद से संबंधित स्वास्थ्य और सुरक्षा के भविष्य के प्रबंधन में परिवर्तनकारी हो सकती है'.