हैदराबाद: भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी एस्ट्रोनॉट्स के साथ करीब पिछले आठ महीनों से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) पर फंसी हुई है. नासा ने अब उन्हें पृथ्वी पर वापस लाने की तैयारी तेज कर दी है और उसे अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसके लिए नासा एलन मस्क की स्पेस कंपनी SpaceX की मदद ले रहा है. नासा ने इसे क्रू रोटेशन मिशन नाम दिया है, जिसके जरिए Crew-10 को लॉन्च किया जाएगा, जो ऊपर फंसे Crew-9 के एस्ट्रोनॉट्स को वापस धरती पर लेकर आएगा. NASA और SpaceX ने Crew-10 को ऊपर भेजने के लिए एक पुराने स्पेसक्रॉफ्ट को यूज़ करने का फैसला किया है, जबकि पहले इस मिशन के लिए एक नया स्पेसक्रॉफ्ट यूज़ करने का फैसला किया गया था.
नासा और स्पेसएक्स ने अपने प्लान में किया बदलाव
नासा की वेबसाइट से मिली लेटेस्ट जानकारी के मुताबिक, इस मिशन के लिए Crew-10 को 12 मार्च, 2025 को लॉन्च किया जा सकता है. हालांकि, इस तारीख में बदलाव भी हो सकता है. यह मिशन की तैयारियों और फ्लाइट रेडीनेस प्रोसेस के पूरा होने पर निर्भर करेगा. क्रू-9 मिशन को क्रू-10 के साथ कुछ दिनों का हैंडओवर पीरियड पूरा करने के बाद पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा. हैंडओवर पीरियड से Crew-10 टीम को ISS (International Space Station) पर पहुंचने के बाद पहले से मौजूद क्रू से काम की जानकारी मिलेगी. इस बदलाव से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सबकुछ सही तरीके से हो और दोनों क्रू के बीच सुरक्षित ट्रांज़िशन हो सके.
सुनीता विलियम्स के वापस लाने के लिए नासा और स्पेसएक्स के पुराने प्लान के मुताबिक, क्रू-10 के लिए एक नया Dragon स्पेसक्राफ्ट लॉन्च किया जाना था, लेकिन अब स्पेसएक्स ने इस मिशन के लिए एक पुराने ड्रैगन को भेजने का फैसला किया है, जिसका नाम "Endurance" है. नए ड्रैगन स्पेसक्रॉफ्ट को लॉन्च करने के लिए तैयार करने में ज्यादा समय लगेगा, इस कारण पुराने स्पेसक्रॉफ्ट को लॉन्च करने का फैसला लिया गया है. ऐसा माना जा रहा है कि प्लान में हुए इस बदलाव के कारण सुनीता विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट्स को पृथ्वी पर जल्दी वापस लाया जा सकेगा.
स्पेसक्रॉफ्ट की जांच