इन 9 कंपनियों की कारें खरीदने से पहले दस बार सोचना, यह गलत काम करने का लगा आरोप - Data Leak Allegations - DATA LEAK ALLEGATIONS
विश्व प्रसिद्ध कार निर्माता कंपनियों पर अपने ग्राहकों के लोकेशन डेटा को लीक करने का आरोप लगाया गया है. इन कार निर्माताओं में लगभग सभी निर्माता भारत में भी अपने ऑपरेशन्स चला रहे हैं. हालांकि उन पर यह आरोप अमेरिका में लगाया गया है.
Mercedes Benz EQB SUV का इंटीरियर (साभार- Mercedes-Benz USA)
हैदराबाद: आज के समय में डेटा की कीमत सबसे ज्यादा है. यह एक ऐसा एरा है, जहां सबकुछ कनेक्टेड है. ऐसे में अपना पर्सनल डेटा लीक होने का डर हमेशा बना रहता है. यहां तक कि वाहन निर्माता अपने वाहनों में भी कनेक्टेड तकनीका का इस्तेमाल करने लगे हैं. लेकिन एक हालिया रिपोर्ट में सामने आया है कि कुछ कार निर्माता कंपनियों पर अपने ग्राहकों का डेटा लीक करने का आरोप लगा है.
जीहां, ये सभी कोई छोटी-मोटी कार कंपनियां नहीं है, बल्कि दुनिया की जानी मानी कार निर्माता कंपनियां हैं. Toyota, Hyundai, Kia, Mercedes-Benz, Mazda, BMW, Volkswagen, Subaru और Nissan सहित कुल नौ प्रमुख कार कंपनियों पर अमेरिका में सरकारी अधिकारियों को बिना वारंट के अपने ग्राहकों के लोकेशन डेटा का खुलासा करने का आरोप लगाया गया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सीनेटर संघीय व्यापार आयोग (एफटीसी) और संघीय संचार आयोग (एफसीसी) दोनों से उपभोक्ताओं के डेटा की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने का आग्रह किया है. उनके द्वारा लिखे गए पत्रों में इस बात का खुलासा हुआ है कि इससे गोपनीयता संबंधी गंभीर चिंताएं पैदा होती हैं.
रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि सीनेटरों ने एफटीसी और एफसीसी को लिखे पत्रों में से एक में कहा गया है कि Toyota, Hyundai, Kia, Mercedes-Benz, Mazda, BMW, Volkswagen, Subaru और Nissan जैसी नौ प्रमुख कार निर्माता कंपनिया अपने उपभोक्ताओं का लोकेशन डेटा साझा कर रही हैं.
पत्र में यह भी कहा गया कि इन ऑटो कंपनियों ने कथित तौर पर बिना किसी वारंट के अधिकारियों को लोकेशन डेटा सौंप दिया है, जो डेटा को सुरक्षित रखने के उनके स्वयं के स्वैच्छिक वादे का उल्लंघन है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि एक अध्ययन में पाया गया है कि 14 कार निर्माता कंपनियों में से केवल Ford, Genral Motors, Stellantis, Honda और Tesla को अपने उपभोक्ताओं के निजी डेटा को साझा करने के लिए वारंट की आवश्यकता होती है.