नई दिल्ली: मिक्सर ग्राइंडर एक ऐसा किचन एप्लायंस है, जो ज्यादातर घरों में इस्तेमाल किया जाता है. इसका इस्तेमाल किसी भी डिश के लिए सही मसाला तैयार करने में किया जाता है. इसके अलावा यह चॉपिंग के काम भी आता है. इसलिए इसे किचन किंग भी कहा जाता है. मिक्सर ग्राइंडर की मदद से कुछ सेंकड में ही मसाला पीस सकते हैं और वो भी बिना किसी मेहनत के.
बता दें कि जब आप मिक्सर ग्राइंडर जार के अंदर मैटेरियल डालते हैं और इसे चालू करते हैं तो उसका ब्लेड एक मोटर से मिलने पावर की वजह से सर्कूलर मोशन में स्पीड के साथ घूमना शुरू कर देता है, जो बदले में बर्तन (जार) के सेंटर में एक वैक्यूम बनाता है. यह वैक्यूम मैटेरियल को ब्लेड की एक्सिस पर फेंकता है और स्पिन मोशन उसे साइड पर फोर्स देती है. इस तरह से आपको बारीक कटी हुआ या पिसी हुआ मसाला मिल जाता है.
सही मिक्सर ग्राइंडर चुनें
मिक्सर ग्राइंडर एक आवश्यक किचन एप्लायंस है, जिसका इस्तामेल सब्जी या मसाला पीसने और काटने के लिए किया जाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने लिए सही मिक्सर ग्राइंडर का चयन करें. यह अलग-अलग वाट क्षमता आउटपुट में उपलब्ध होती है.
कितने वाट की होता है मिक्सर?
मिक्सर ग्राइंडर 3 अलग-अलग वाट क्षमता आउटपुट में उपलब्ध आता है. इसमें 500W और 750W और 1000W के मिक्सर ग्राइंडर शामिल हैं. एक 500W मिक्सर ग्राइंडर कम परफोर्मेंस देता है, कम बिजली की खपत करता है और 4 छोटे परिवारों के लिए परफेक्ट होता है.