आगरा :जिले में काशी की तर्ज पर यमुना महाआरती हो रही है. हर शाम बेलनगंज में यमुना किनारे आरती स्थल, दीपों की रोशनी से जगमगा रहा. यहां मंत्रोच्चार के साथ काशी से आए पंडित आरती कर रहें. यह अद्भुत दृश्य श्रद्धालुओं को आनंदित कर रहा है. आगरा में यमुना किनारे ही काशी और हरिद्वार की तरह महाआरती देखने के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. हर शाम 6 बजे से रात साढे़ 8 बजे तक अलग ही नजारा देखने को मिलता है.
बता दें कि मोहब्बत की निशानी ताजमहल के शहर में इंटर नेशनल फेयर ताज महोत्सव आयोजित किया जा रहा है. जहां पर हर दिन हजारों की संख्या में लोग शिल्पग्राम, सूर सदन पहुंच रहे. इसके साथ ही ताज महोत्सव में दूसरे साल काशी की तर्ज पर बेलनगंज में यमुना महाआरती हो रही है. ताज महोत्सव के पहले दिन 18 फरवरी को आगरा की महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने हवन कर, वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यमुना महा आरती की शुरुआत की.
आगरा में यमुना किनारे महाआरती संग भजन संध्या (Video Credit; ETV Bharat) तलहटी में महाआरती संग भजन संध्या भी : महंत जुगल किशोर श्रोत्रिय ने बताया कि पहली बार 2024 में नगर निगम की ओर से ताज महोत्सव में यमुना महाआरती की शुरुआत की गई थी. दूसरी बार आगरा के बेलनगंज में यमुना आरती स्थल पर काशी की तर्ज पर महाआरती का आयोजन किया है. जिससे काशी, हरिद्वार और अयोध्या जैसी महाआरती का दृश्य यहां पर देखने को मिल रहा. महाआरती के लिए काशी से विशेष पंडित, पुरोहित और विद्वान बुलाए गए हैं. हूबहू काशी में गंगा मैया की तर्ज पर आगरा में यमुना मैया की आरती की जा रही, साथ में भजन संध्या का कार्यक्रम भी होता है. हर दिन यमुना महाआरती में मशहूर मंदिर या मठ के महंत मुख्य अतिथि होते हैं.
काशी से बुलाए गए विशेष पंडित (Photo Credit; ETV Bharat) 2 मार्च तक होगी यमुना महाआरती : महंत जुगल किशोर श्रोत्रिय ने बताया कि कई साल पहले आगरा में रिवर कनेक्ट कैंपेन की शुरुआत की गई. जो यमुना मैया के स्वच्छ और निर्मल बनाने की मुहिम है. आरती में आने वाले श्रद्धालुओं को यमुना को स्वच्छ बनाने के लिए रिवर कनेक्ट कैंपेन से जोड़ने की अपील की जाती है. महाआरती 18 फरवरी से 2 मार्च तक आयोजित की जाएगी. यहां पर ब्रज की होली और अन्य कार्यक्रम भी होंगे.
आगरा में यमुना महाआरती (Photo Credit; ETV Bharat) महाआरती देखने के लिए भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु (Photo Credit; ETV Bharat) भक्तिमय माहौल, अदभुत नजारा :श्रद्धालु सरोज अहूजा ने बताया, "मैंने यमुना महा आरती के बारे में सुना, तो खुद को यहां आने से रोक नहीं पाई. यमुना आरती स्थल पर शाम 6 बजे से ही श्रद्धालु आते हैं. जब महाआरती होती है, तो पूरा माहौल भक्तिमय हो जाता है. यमुना महाआरती देखने के लिए उन्होंने सभी से अपील की.
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