नई दिल्ली :हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर आज कांग्रेस में शामिल हो गए. दोनों को कांग्रेस के दफ्तर में पटका पहनाकर कांग्रेस में शामिल करवाया गया.
क्या बोलीं विनेश फोगाट ? :कांग्रेस जॉइन करने के बाद विनेश फोगाट ने कहा कि हम उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे. बुरे वक्त में पता चलता है कि कौन साथ है. एक समय था, जब देश की हर पार्टी हमारे साथ थी, लेकिन बीजेपी हमारे साथ नहीं थी. बीजेपी ने हमें जले हुए कारतूस साबित करने की कोशिश की, लेकिन मैं नेशनल खेली. लोगों ने कहा कि मैं बिना ट्रायल दिए ओलिंपिक जाना चाहती हूं. मैंने ट्रायल दिया. जो मैंने फेस किया, मैं चाहती हूं कि उसे बाकी खिलाड़ियों को ना झेलना पड़े. बजरंग पूनिया पर चार साल का बैन लगा दिया गया, क्योंकि उन्होंने आवाज उठाई. मैं अपनी बहनों को बताना चाहती हूं कि मैं आपके साथ खड़ी रहूंगी. हम डरेंगे नहीं, पीछे नहीं हटेंगे. हम कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. लड़ाई चल रही है, जिंदगी की जंग भी जीतेंगे.
क्या बोले बजरंग पूनिया ? :बजरंग पूनिया ने कहा कि आज कहा जा रहा है कि हमारा मकसद सिर्फ राजनीति करना था. हमने बीजेपी को लेटर भेजा था. जो अत्याचार बेटियों के साथ हुआ था, कांग्रेस पार्टी उसमें हमारे साथ खड़ी रही. हमने जितनी मेहनत कुश्ती, किसान आंदोलन, अपने आंदोलन में की, उतनी ही मेहनत कांग्रेस के लिए भी करेंगे. विनेश के साथ ओलिंपिक में जो हुआ, पूरा देश दुखी था. हालांकि कुछ लोगों ने इसकी खुशियां भी मनाई, ये गलत था.
विनेश फोगाट-बजरंग पूनिया लड़ेंगे चुनाव ! :कांग्रेस जॉइन करने के बाद माना जा रहा है कि विनेश फोगाट इस बार हरियाणा विधानसभा के चुनावी मैदान में उतरने वाली है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें हरियाणा के जींद जिले की जुलाना सीट से चुनाव लड़वा सकती है. वहीं उनके दादरी सीट से भी चुनाव लड़ने की अटकलें हैं. हालांकि फाइनल फैसला अभी नहीं हुआ है. वहीं बजरंग पूनिया को भी कांग्रेस बड़ी जिम्मेदारी देने वाली है. झज्जर की बादली सीट से उन्हें चुनाव लड़वाया जा सकता है या फिर उन्हें स्टार प्रचारक के तौर पर भी जिम्मेदारी दी जा सकती है जिसका खुलासा होना अभी बाकी है.
खड़गे-राहुल गांधी से की थी मुलाकात :इससे पहले दोनों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से उनके आवास पर मुलाकात भी की. वहीं दो दिन पहले विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी.
रेलवे की नौकरी छोड़ी :कांग्रेस जॉइन करने से पहले विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने रेलवे की नौकरी छोड़ दी है. इस्तीफा देते हुए सोशल मीडिया पर विनेश फोगाट ने लिखा कि 'भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है. जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से अलग करने का फैसला ले लिया है. रेलवे में मुझे जो अवसर मिला, उसके लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूंगी.'