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राजाजी को नए मेहमान के लिए करना होगा इंतजार, तैयारी मुकम्मल होने के बाद भी रुका ट्रांसलोकेशन - RAJAJI TIGER RESERVE

राजाजी टाइगर रिजर्व में पांचवें बाघ को लाने का कार्य रूका, शावकों की सुरक्षा को बताया गया कारण

UTTARAKHAND FOREST DEPARTMENT
उत्तराखंड वन विभाग (PHOTO- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 26, 2024, 8:40 PM IST

देहरादून: राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी हिस्से में बाघों का कुनबा बढ़ाने की कवायद पिछले लंबे समय से चल रही है. इसी योजना के तहत राजाजी टाइगर रिजर्व में चार बाघ लाए जा चुके हैं और अब पांचवें बाघ को लाने की भी तैयारी है. हालांकि इसके लिए वन विभाग पिछले लंबे समय से तैयारी कर रहा है और काफी हद तक यह तैयारी पूरी भी कर ली गई है, लेकिन इसके बावजूद राजाजी में पांचवें बाघ को लाने का ये कार्यक्रम थोड़ा रुक सा गया है. इसके पीछे की वजह पूर्व में पाई गई बाघिन के शावकों की सुरक्षा को बताया गया है, जिन्हें नये बाघ के राजाजी में आने से खतरा हो सकता है.

राजाजी टाइगर रिजर्व में ट्रांसलोकेशन हुई बाघिन ने पूर्व में चार शावकों को जन्म दिया था, जिसमें से 2 शावक तो गुलदार का शिकार बन चुके हैं, जबकि बाकी दो शावकों को बाघिन के साथ बताया जा रहा है. PCCF Wildlife इस बात की पुष्टि करते दिखते हैं कि दो शावक अब तक बाघिन के साथ सुरक्षित हैं और इन्हीं दो शावकों की सुरक्षा का हवाला देकर विभाग फिलहाल पांचवे बाघ को राजाजी में नहीं लाने की बात कह रहा है.

राजाजी को नए मेहमान के लिए करना होगा इंतजार (video-ETV Bharat)

राजाजी टाइगर रिजर्व में पूर्व में भी एक बाघ के लंबे समय तक ना दिखाई देने की बात सामने आ चुकी है और अब शावकों की सुरक्षा को लेकर भी विभाग चिंतित है. वैसे राजाजी टाइगर रिजर्व में दो बाघिनों ने शावकों को जन्म दिया था. एक बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया था, जबकि दूसरी बाघिन ने दो शावकों को जन्म दिया था. पहली बाघिन के दो शावक गुलदार के शिकार हुए थे.जिसके बाद बाकी दो शावकों के भी ना मिलने की बात कही गई थी, लेकिन अब PCCF Wildlife इनके सुरक्षित होने का दावा कर रहे हैं. वन विभाग पांचवें भाग को राजाजी में लाने की जल्दबाजी नहीं करना चाहता है, इसलिए फिलहाल जल्द टाइगर के राजाजी में आने की संभावना थोड़ा कम दिख रही है.

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