नई दिल्ली:दिल्ली गैस की चैंबर बनी तो कृत्रिम वर्षा से प्रदूषण खत्म किया जाएगा. इसके लिए इस बार पहले से ही पूरी तैयारी रखी जाएगी. साथ ही कंपनियों से वर्क फ्रॉम होम को प्रमोट करने, कंपनियों के खुलने का समय अलग-अलग करने और ऑड ईवन की जगह वालंटियर व्हीकल रिस्ट्रिक्शन समेत अन्य काम किये जाएंगे. बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में विंटर एक्शन प्लान के लिए हुई एक्सपर्ट मीट में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने उपरोक्त सुझाव दिए, जिस पर सर्दियों में प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम किया जाएगा.
5 सितंबर को सरकार को सौपेंगे रिपोर्ट:इस दौरान परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा, "5 सितंबर को सभी विभाग सुझावों पर कैसे काम करेंगे इसकी रिपोर्ट देंगे और पर्यावरण विभाग रिपोर्ट को कंपाइल कर सरकार के समक्ष रखेगा. विंटर एक्शन प्लान के लिए हुई बैठक में 33 विभाग के अधिकारियों ने हिस्सा लिया और अपने सुझाव रखें. 2016 में 210 दिन ऐसे थे जब प्रदूषण का स्तर गुड या मॉडरेट स्तर पर था. 2023 में ऐसे दिनों की संख्या 206 रही. लोगों के प्रयास, केंद्र सरकार और पड़ोसी राज्यों के सहयोग से प्रदूषण के स्तर में सुधार आया है."
दिल्ली में अक्टूबर से फरवरी के बीच प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा रहता है. ऐसे में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए विंटर एक्शन प्लान बनाया जाता है. पिछली बार 14 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान तैयार किया गया था. इसमें विभिन्न बिंदुओं पर प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम किया गया.