नई दिल्ली: दिल्ली में महिला हेल्पलाइन नंबर 181 फिलहाल बंद हो गया है. दिल्ली महिला आयोग द्वारा संचालित किया जा रहा था. मुसीबत में फंसी महिलाओं को इस पर तत्काल सहायता प्रदान की जाती थी. यह हेल्पलाइन नंबर सेवा सरकारी छुट्टियां और त्योहार समेत पूरे साल 24 घंटे काम करती थी. दिल्ली सरकार के गृह विभाग के मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि 30 जून तक महिला हेल्पलाइन नंबर 181 चालू थी और इस महिला आयोग द्वारा चलाया जा रहा था. इसे चालू होने में अभी समय लग सकता है.
दिल्ली सरकार गृह विभाग के मंत्री कैलाश गहलोत के अनुसार अब भारत सरकार की योजना है कि हेल्पलाइन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाना अनिवार्य है. इसे ध्यान में रखते हुए विभाग द्वारा सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. ट्रांज़िशन फेज में लाइन हस्तांतरण में एक दो दिन का समय लगेगा. कुछ ही दिन में महिला हेल्पलाइन नंबर 181 फिर से चालू हो जाएगा.
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फिलहाल महिलाएं मदद के लिए एकीकृत हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि महिला संबंधी जो भी कॉल हेल्पलाइन नंबर 112 पर आएंगी, उन्हें डिपार्टमेंट में भेज दिया जाएगा. दिल्ली में महिला हेल्पलाइन नंबर 181, 24 घंटे संचालित होने वाला टोल फ्री नंबर था जो दिल्ली महिला आयोग द्वारा संचालित किया जा रहा था.
कुछ इस तरह काम करता है था हेल्पलाइन नंबर
जैसे ही महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कोई मुसीबत में फंसी या पीड़ित महिला फोन करती थी तो काउंसलर उसके साथ काउंसलिंग शुरू कर देती और कॉल करने वालों को पूरी सहायता देती. यदि तुरंत हस्तक्षेप की आवश्यकता होती तो हेल्पलाइन टीम इन शिकायतों को आयोग के मोबाइल हेल्पलाइन कार्यक्रम को भेज देती. जो मौके पर पहुंचने और पीसीआर की सहायता करने के लिए परामर्शदाताओं की एक टीम भेजती.
यदि शिकायतकर्ता को पुलिस सहायता या एंबुलेंस की आवश्यकता होती तो कॉल काउंसलर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित करती और पीड़ित के लिए एक पीसीआर वैन की व्यवस्था करती. 181 महिला हेल्पलाइन उन लोगों की जरूरत को भी पूरा करती है जो महिलाओं और लड़कियों के लिए उपलब्ध विभिन्न सहायता सेवाओं, सरकारी योजना और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी चाहते हैं. दिल्ली महिला आयोग को पिछले 1 साल में 181 महिला हेल्पलाइन नंबर पर 6.30 लाख से अधिक कॉल मिली थी. जिसके माध्यम से हेल्पलाइन पर 93,004 मामले दर्ज किए गए.
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