नई दिल्ली:केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार 1 फरवरी को संसद में वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेंगी. आम आदमी को बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और घटती खपत के बीच बजट से काफी उम्मीदें रहती हैं. वहीं घरेलू और कामकाजी महिलाओं की भी बजट पर निगाहें हैं. 'ETV भारत' ने कुछ महिलाओं से इस बार के बजट से उनकी उम्मीद जानने की कोशिश की, आइए, जानते है उन्होंने क्या बताया...
महंगाई पर रोक लगाने के लिए सरकार करे काम :बिज़नेस वीमेन नवरूप ने बताया कि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. घरेलू गैस सिलेंडर के दाम कम होने चाहिए. इलेट्रॉनिक सामान की कीमतों में कमी लानी चाहिए. वहीं खाद्य पदार्थों की कीमतों को कम करना चाहिए. तभी महिलाओं को इस बजट से फायदा होगा. मध्यम वर्ग परिवार का पूरा बजट किचन के बजट पर निर्भर करता है. हर साल सब्जियों की कीमत रिकॉड तोड़ती है. महंगाई बढ़ती जा रही है. अगर खाद्य पदार्थ जैसे सब्जी, दाल, अनाज और गैस सिलेंडर की कीमत कम की जाएगी तो महिलाओं को ख़ुशी होगी.
बजट से महिलाओं को मिलेगी राहत :हाउस वाइफ मीरा श्रीवास्तव का मानना है, वह पिछली बार के बजट से काफी हद तक खुश थी. इस बार भी जो भी बजट आएगा, वह अच्छा ही होगा. केंद्र सरकार अपने स्तर पर महिलाओं के लिए अच्छे काम कर रही है. लेकिन लोग संतुष्ट नहीं हो पाते हैं.
किचन में इस्तेमाल आने वाली वस्तुओं की कीमत में हो कमी :ट्रेवल सेक्टर में काम करने वाली प्रियल ने बताया कि हर गृहिणी को लगता है कि सरकार जो भी बजट लाए उसमें किचन में इस्तेमाल आने वाली वस्तुओं की कीमत में गिरावट होनी चाहिए. पिछले वर्ष भी घरेलू महिलाओं को बजट में कुछ सुविधा नहीं दी गयी थी. इस बार कुछ अच्छा होने की उम्मीद करते हैं.घरेलू महिला सोनी ने बताया कि महंगाई बढ़ती जा रही है. सब्जी, राशन और दूध सब महंगा है. सिलेंडर की कीमत बहुत ज्यादा है. इस बार उम्मीद है कि बजट में इस सभी सामानों को कीमत में कमी लायी जायगी.
निर्मला सीतारमण लगातार आठवीं बार बजट करेंगी पेश :बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री के तौर पर निर्मला सीतारमण लगातार आठवीं बार बजट पेश करेंगी. पिछले साल बजट में बड़ी घोषणाएं करते हुए वित्त मंत्री ने कैंसर के इलाज के लिए तीन और दवाओं पर कस्टम छूट, मोबाइल फोन, संबंधित पुर्जों, चार्जरों पर सीमा शुल्क घटाया था. एक्सरे ट्यूब पर छूट दी गयी थी. मोबाइल फोन, चार्जर पर शुल्क 15% कम हुए थे. 25 अहम खनिजों पर शुल्क कम की गई थी. फिश फीड पर ड्यूटी को घटाया गया था.
पिछली बार हवाई सफर किया गया था महंगा :देश में बनने वाले चमड़े, कपड़ा और जूते सस्ते होंगे. सोना, चांदी पर 6% ड्यूटी कम किया गया था. प्लेटिनम पर 6.4% ड्यूटी घटाई गयी थी. इसके अलावा प्लास्टिक सामान पर आयात शुल्क बढ़ाया गया था . पेट्रोकेमिकल-अमोनियम नाइट्रेट पर कस्टम ड्यूटी को भी बढ़ाया गया था. वीसी-इंपोर्ट घटाने के लिए 10 से 25 फीसदी का इजाफा किया गया था. हवाई सफर भी महंगा किया गया था.