शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े लूट के दौरान 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई. घटना के बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गयी. गांव के लोग घटनास्थल पर पहुंचकर न्याय की मांग कर रहे थे. जानकारी मिलते ही बरबीघा थाना अध्यक्ष वैभव कुमार और डीएसपी अरविंद कुमार सिन्हा दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. मृत महिला की पहचान गांव के ही मधुसूदन राम की पत्नी रामरती देवी के रूप में की गयी. घटना के दौरान महिला का बेटा और बहू बैंक में ड्यूटी कर रहे थे. बच्चे स्कूल गए थे.
"मामला दुकान से खरीदारी के दौरान लेनदेन को लेकर या फिर पुरानी दुश्मनी को लेकर भी जुड़ा हो सकता है. पुलिस सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच पड़ताल कर रही है. ग्रामीणों के बयान के आधार पर फिलहाल दो आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. घटना में शामिल एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है."- अरविंद कुमार सिन्हा, डीएसपी
जांच करती पुलिस. (ETV Bharat) कैसे घटी घटना: घटना, वेलाव पंचायत के वीरपुर गांव की है. बुजुर्ग महिला घर पर अकेली किराना दुकान चला चला रही थी. इसी का फायदा उठाकर गांव के ही तीन युवक लूटपाट करने के इरादे से दोपहर में सुनसान घर में घुस गए. लूटपाट के दौरान महिला ने विरोध किया तो गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. 25 हजार नकद और सोने के जेवरात सहित अन्य सामान लूट लिया. घटना के बाद भागने के क्रम में मृतका के भतीजा ने तीनों बदमाशों को देखा.
महिला के भतीजा ने आरोपियों को देखाः घटना के बाद भागने के क्रम में मृतका महिला के भतीजे प्रत्यक्षदर्शी ललित नारायण ने बताया कि गांव में बिजली कटने के बाद वह घर से निकलकर गली से गुजर रहा था. रामरती देवी के घर के पास पहुंचने पर उसकी दुकान से कुछ खटपट की आवाज आई. उसने खिड़की से झांक कर देखा तो कुछ लड़के अंदर थे. ललित नारायण को देखकर लड़के छुप गए. इसके बाद ललित नारायण महिला के घर के आगे बने पुश्ठा पर ही बैठ गया. थोड़ी देर बाद तीनों युवकों को घर से बाहर निकलते देखा.
जांच करती पुलिस. (ETV Bharat) चुप रहने का दिया था लालचः ललित नारायण ने बताया कि मृतक महिला के घर से निकलने के बाद तीनों आरोपी उसे पकड़कर दूर एक कमरे में ले गए. वहां उनलोगों ने बताया कि लूटपाट के दौरान गलती से उन तीनों के हाथों से रामरती देवी की हत्या हो गई है. उन्होंने कुछ पैसा देते हुए हत्या की बात किसी को नहीं बताने का दबाब भी बनाया था. लेकिन ललित नारायण वहां से निकलकर सारी घटना की जानकारी गांव वालों को दे दी. उसके बाद पूरे गांव में सनसनी मच गई. ग्रामीणों ने 2 आरोपियों को पड़कर उसकी पिटाई भी की.
बेटा-बहू बैंक में करते हैं कामः मृतक महिला रामरती देवी के दो पुत्र हैं. पति की पहले ही मौत हो चुकी है. बड़ा पुत्र संजय प्रसाद गांव के मध्य विद्यालय में शिक्षक है. छोटा पुत्र राजेश कुमार सादिकपुर गांव में संचालित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में कार्यरत है. छोटी बहू निमि गांव के दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में बैंक मित्र के रूप में काम करती है. घटना के समय छोटा पुत्र राजेश कुमार और बहू बैंक में काम कर रहे थे. राजेश कुमार के दोनों बच्चे बरबीघा स्थित विद्यालय में पढ़ने गए हुए थे.
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