आगरा :फिल्म टॉयलेट एक प्रेमकथा साल 2017 में आई थी. इस फिल्म में विवाहिता ने ससुराल इसलिए छोड़ दिया था कि घर में शौचालय नहीं था. ऐसा ही एक मामला गुरुवार को आगरा पुलिस कमिश्नरेट के परिवार परामर्श केंद्र में भी पहुंचा. ससुराल में शौचालय नहीं होने पर नवविवाहिता मायके आ गई. जब भी पति बुलाने जाता तो पत्नी घर में शौचालय बनने के बाद ही आने की बात कहती थी. परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग में पति ने घर में शौचालय बनवाने का आश्वासन दिया. इसके बाद पति-पत्नी में सुलह हो गई.
बता दें कि शहर की एक युवती की शादी करीब सालभर पहले ग्रामीण क्षेत्र हो गई. शादी के बाद जब युवती ससुराल पहुंची तो घर में शौचालय नहीं था. परिवार की महिलाएं खेतों पर शौच के लिए जाती थी. शहर से ग्रामीण में ससुराल पहुंची विवाहिता को ये पसंद नहीं था. उसने कई बार बार पति से घर में शौचालय बनवाने के लिए कहा. मगर, पति लगातार अनसुना कर रहा था. हर रोज हो रही शर्मिंदगी के चलते दो महीने पहले पत्नी ने ससुराल छोड़ा और मायके में आकर रहने लगी.
घर में शौचालय बनवाने पर राजी हुई पत्नी :परिवार परामर्श केंद्र के काउसंलर डॉ. सतीष खिरवार ने बताया कि परिवार परामर्श केंद्र में काउंसलिंग में पत्नी ने बताया कि घर में शौचालय बनवाने को लेकर बार-बार पति से कहा. मगर, हर बार पति ने बात नहीं सुनी. मैं शहर में रही हूं. काउंसलिंग में जब पति को समझाया. पीएम मोदी के स्वच्छता मिशन के बारे में बताया तो पति भी अपने घर में शौचालय बनवाने के लिए राजी हो गया. जिससे पति और पत्नी में सुलह हो गई. जिसके बाद पत्नी ससुराल जाने के लिए राजी हुई.
'मायके भेज देती है सरसों का शुद्ध तेल':परिवार परामर्श केंद्र में एक और अजब-गजब मामला पहुंचा. जिसमें सरसों के तेल की वजह से पति और पत्नी में अनबन हो गई थी. पति का आरोप था कि पत्नी मायके घर का शुद्ध सरसों का तेल भेज देती है. काउंसलिंग में पत्नी ने बताया कि शादी को दो साल हो गए. पति घर चलाने के लिए खर्चा नहीं देते हैं. ऐसे में मजबूरन सरसों का तेल मायके जाकर बेचकर घर का खर्च चलाती हूं. काउंसलिंग में काउंसलर्स ने पति को समझाया. पत्नी को खर्चे दो. जिसके बाद पति को अपनी गलती का अहसास हुआ. इसके बाद दोनों साथ रहने को तैयार हो गए.