हिसार :हरियाणा के पूर्व मंत्री प्रोफेसर छत्रपाल सिंह ने विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी से बगावत कर डाली और अब उन्होंने आम आदमी पार्टी जॉइन करते हुए हिसार के बरवाला से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल को चुनाव में हराने वाले और देश के प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने वाले हरियाणा के पूर्व मंत्री छत्रपाल सिंह ने आखिर अचानक से बगावत की राह क्यों अपना डाली.
"नायब सिंह सैनी को आसानी से मिला सीएम पद" :छत्रपाल सिंह ने कहा है कि हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी उनके छोटे भाई जैसे हैं लेकिन वे राजनीति में परिपक्व नहीं है. उन्हें आसानी से सीएम का पद मिला गया है. जब हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम आएंगे तो वे सीएम नहीं रह पाएंगे, उन्हें इस्तीफा देना पड़ेगा. छत्रपाल सिंह ने आगे बोलते हुए कहा कि संगठन अच्छी सोच के साथ बनाया जाता है, लेकिन अगर कोई शख्स मनमर्जी करने लग जाता है तो संगठन में रुकावटें पैदा हो जाती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने टिकटों के बंटवारे में गलत फैसले लिए जिसके चलते आने वाले वक्त में उसे इसका ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ेगा.
बीजेपी से क्यों की बगावत ? :बीजेपी से बगावत पर बोलते हुए छत्रपाल सिंह ने कहा कि साल 2014 में उन्होंने बीजेपी जॉइन की थी और उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी में उन्हें पूरा मान-सम्मान दिया जाएगा और अपने क्षेत्र की जनता का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा. लेकिन पार्टी ने उन्हें हर बार नज़रअंदाज़ किया और अपने कार्यकर्ताओं की नाराज़गी को देखते हुए उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया. आपको बता दें कि छत्रपाल सिंह को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया जिसके बाद नाराज़ होकर उन्होंने बीजेपी को अपना इस्तीफा भेज दिया और AAP को जॉइन कर लिया.
"बीजेपी का बूम गिरावट की ओर" :किसान आंदोलन को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार अपनी बात पर अड़ी रही, किसान भी अड़े रहे, फिर बाद में बीजेपी की केंद्र सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा. हरियाणा में बीजेपी सरकार में जो बूम आया था, वो अब गिरावट की ओर है. बीजेपी भ्रष्टाचार, परिवारवाद को खत्म करने की बात करती थी, वो आज अपने वायदों को भूल गई है. छत्रपाल सिंह ने कहा कि बीजेपी सरकार में अग्निवीर युवाओं, पहलवानों, कर्मचारियों को नज़रअंदाज किया गया है.